हरेन्द्र दुबे
24 अक्टूबर, 2024:
दीपावली का पर्व नजदीक आते ही गोरखपुर के बाजारों में चकाचौंध देखने को मिल रही है। वर्षों से बिजली के सामान बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि इस बार दीपावली में ग्राहकों की भीड़ कुछ कम है, लेकिन फिर भी लोग खरीदारी कर रहे हैं।
खासकर चाइनीस रंग-बिरंगी झालरें इस बार भी दुकानों पर आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। दुकानदारों ने अपनी दुकानों को झालरों और झूमरों से सजाकर ग्राहकों को अपनी ओर खींचने की पूरी कोशिश की है।
गोरखपुर के माया बाजार, जिसे “बिजली का घर” भी कहा जाता है, में इन दिनों खास रौनक है। यहां बिजली के सामानों की बिक्री पर जोर है, और दिवाली की सजावट के लिए चाइनीस झालरों की मांग बनी हुई है।
दुकानदारों का कहना है कि पिछले सालों की तुलना में इस बार ग्राहकों की संख्या में कमी देखी गई है। हालांकि, लोग खरीदारी कर रहे हैं, लेकिन आर्थिक तंगी और बजट की कमी के चलते वे पहले जितनी खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आधुनिक चाइनीस लाइटों और झालरों से घरों को सजाना अब परंपरा का हिस्सा बन गया है, लेकिन मिट्टी के दीयों का महत्व भी कायम है।

कई लोग अब भी दीयों का इस्तेमाल दीपावली पर जरूर करते हैं, हालांकि उनकी संख्या कम हो गई है। गोरखपुर के एक निवासी ने बताया, “हम पुरानी परंपरा को नहीं भूले हैं, मिट्टी के दिए अब भी जलाते हैं, लेकिन बच्चों की खुशी और घरों की सजावट के लिए रंग-बिरंगी झालरें और लाइटें जरूर खरीदते हैं।”

गोरखपुर के बाजारों में धनतेरस, दीपावली और छठ के पावन पर्व पर लोगों की चहल-पहल जारी है।
बिजली के सामानों की दुकानों पर चाइनीस झालरों और झूमरों की बिक्री बढ़ी हुई है। दुकानदारों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे दिवाली करीब आएगी, खरीदारी में और इजाफा होगा।