
लखनऊ, 4 अगस्त 2025 :
यूपी में मेहरबान हुए मानसून ने धूप उमस से राहत दिलाकर मौसम को तो सुहाना कर दिया लेकिन नदी किनारे बसे एक दर्जन से अधिक जिले जबरदस्त बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। हालत ये हो गई कि सीएम ने राहत बचाव कार्यों की निगरानी के लिए मंत्रियों की टीम 11 बना दी है। इस बीच पानी से घिरे कस्बे, शहर व गांवों की हालत बदतर हो गई है। लोग पलायन को मजबूर है। कच्चे मकान व मजबूत दरख़्त कमजोर होकर गिर रहे हैं। हादसों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इस बीच मौसम विभाग ने बारिश का सिलसिला अभी जारी रहने की संभावना जताई है इसे ध्यान में रखते हुए कई जिलों में स्कूल भी बंद किये गए है।
नदियों का प्रदेश कहा जाने वाला यूपी कुछ दिनों से सक्रिय हुए मानसून में कराह उठा है। गंगा,यमुना, राप्ती, सरयू, चंबल, केन व गंडक आदि नदियां उफान पर हैं। इससे इनके किनारे बसे इलाकों में गांव कस्बों के साथ शहरी क्षेत्र भी बाढ़ की चपेट में हैं।प्रदेश के बाराबंकी बहराइच के साथ कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर आदि जिलों में बीते कई दिनों से हो रही बारिश से जलभराव तो है ही नदियों के पानी ने भी घेराबंदी कर रखी है। कल रविवार को तराई, पूर्वांचल समेत विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश देखने को मिली। तराई के कई जिलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। लखीमपुर खीरी और भदोही में सर्वाधिक 120 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं चित्रकूट और प्रतापगढ़ में 110 मिमी, अलीगढ़ में 100 मिमी, वाराणसी, बलिया, प्रयागराज, मिर्जापुर में 90 मिमी बारिश हुई।
आलम ये है कि नदियां खतरे का निशान पार कर गई है। बारिश के कारण नमी पाकर कच्चे मकान गिर रहे है। पेड़ भी धराशाई हुए। इस दौरान सोमवार व रविवार को हुए हादसों सीतापुर की दो किशोरियों समेत 11 लोगों की मौत हो गई। आज के लिए प्रदेश के तराई और आगरा मंडल के 15 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 31 अन्य जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है और 64 जिलों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन अभी भी प्रदेश के तराई इलाकों की ओर है। आज तराई व आगरा क्षेत्र में भारी बारिश के आसार हैं। बीते कई दिनों से हो रही बारिश को देखते हुए लखनऊ के अलावा रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बहराइच और अंबेडकर नगर के अतिरिक्त अन्य जिलों के स्कूलों में भी अवकाश घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों और राहत विभाग को दिशा-निर्देश दे रहे हैं, ताकि राहत कार्यों में कोई कमी न रहे। टीम-11 में शामिल मंत्रियों ने भी बाढ़ प्रभावित जिलों का रविवार को निरीक्षण किया। इसके साथ ही मंत्रियों को जिले में प्रवास को भी कहा गया है।






