लखनऊ, 7 अगस्त 2025:
निलंबित IAS अधिकारी एवं इन्वेस्ट यूपी के पूर्व सीईओ अभिषेक प्रकाश के करीबी एवं कथित दलाल निकांत जैन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। निवेशकों से रिश्वतखोरी के आरोपों में ईडी ने लखनऊ, मेरठ और नोएडा स्थित निकांत जैन व उससे जुड़े लोगों के पांच ठिकानों पर छापेमारी की।
लखनऊ के गोमतीनगर के विशाल खंड स्थित निकांत जैन के आवास के साथ-साथ उसके ऑफिस और अन्य ठिकानों पर की गई कार्रवाई में कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। इसके साथ ईडी ने लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर स्थित एक चर्चित रिजॉर्ट के पार्टनर और होटल के मालिक राजेंद्र सिंह के ठिकानों पर भी छापे मारे हैं। बताया जा रहा है कि इस पूरे नेटवर्क में राजेंद्र की भी अहम भूमिका रही है।
निकांत जैन के खिलाफ पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं। 15 मार्च को गोमतीनगर थाने में उसके खिलाफ धमकी देने और उद्योगपतियों से रिश्वत मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोप है कि उसने आईएएस अभिषेक प्रकाश के कहने पर एक सोलर संयंत्र लगाने वाले उद्योगपति से रिश्वत की मांग की थी। इस मामले में एसआईटी द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई थी और एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था।
इसके अलावा इंडियन बैंक में 4 करोड़ रुपए के लोन घोटाले में भी निकांत जैन पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। सरोजनीनगर स्थित एक जमीन को गिरवी रखकर बैंक से लोन लिया गया था, जिसे बाद में एनपीए घोषित कर दिया गया। बैंक जांच में खुलासा हुआ कि निकांत ने बैंक के वैल्यूएशन अधिकारी की मिलीभगत से जमीन की कीमत बढ़ाकर दर्शाई थी। इस पूरे प्रकरण में ईडी की जांच से कई और बड़े नामों के खुलने की संभावना जताई जा रही है। निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश की भूमिका भी जांच के घेरे में है।