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UP : चुनावी मोड में मायावती, सपा-कांग्रेस पर किया हमला, अपने कार्यकर्ताओं को दी ये नसीहत

लखनऊ, 16 अक्टूबर 2025:

​बसपा प्रमुख एवं यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल फूंक दिया है। गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में उन्होंने सैकड़ों पदाधिकारियों के साथ एक बड़ी बैठक की जो लगभग 2 घंटे चली।

​’मास्टर चाबी’ के लिए जुटने का आह्वान

​मायावती ने 9 अक्टूबर की लखनऊ रैली की ‘ऐतिहासिक सफलता’ पर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से यूपी में ‘सत्ता की मास्टर चाबी’ हासिल करने के लिए आगामी चुनाव की तैयारी में तन, मन और धन से जुटने का आह्वान किया। इस बैठक में मायावती के भतीजे आकाश आनंद नहीं दिखे। बताया जा रहा है कि वे अस्वस्थ होने के कारण शामिल नहीं हो सके।

“विरोधी दल करते हैं ​’खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ जैसा बर्ताव”

​मायावती ने रैली में ‘सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल’ के आरोपों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग प्राइवेट बसों, ट्रेनों, छोटे साधनों और पैदल चलकर अपने खर्च पर आए थे, इसलिए सरकारी बसों के इस्तेमाल की बात करने वाले विरोधी दल ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ जैसा बर्ताव कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि बसपा बड़े पूंजीपतियों के सहारे चलने वाली ‘पूंजीवादी स्वभाव वाली पार्टी’ नहीं है।

​सपा को दिलाई ‘गेस्ट हाउस कांड’ की याद

​सपा की आलोचना करते हुए मायावती ने कार्यकर्ताओं को 1995 के ‘गेस्ट हाउस कांड’ की याद दिलाई और कहा कि इस घटना के बाद कोई भी दलित सपा जैसी पार्टी पर विश्वास नहीं कर सकता। उन्होंने सपा सरकार पर बसपा के स्मारकों और पार्कों को ‘बर्बाद’ करने का भी आरोप लगाया, हालांकि रखरखाव के लिए टिकट से मिलने वाले पैसे के खर्च की मांग मानने पर उन्होंने यूपी सरकार (योगी सरकार) का शुक्रिया अदा किया।

​जमीन पर उतरेंगी मायावती, संगठन में बदलाव

​9 अक्टूबर को कांशीराम परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में हुए विशाल शक्ति प्रदर्शन से उत्साहित मायावती अब खुद 23 साल बाद फिर से जमीन पर उतरकर संगठन संभालने की तैयारी में हैं। वह खुद मंडलों में जाकर कार्यकर्ताओं के साथ कैंप करेंगी, जैसा वह 2002 तक करती थीं। वहीं, सांसद आकाश आनंद अब पूरे प्रदेश में घूमकर सभाएं करेंगे। पार्टी ‘भाईचारा कमेटियों’ के माध्यम से मुस्लिम, अति पिछड़े, दलित और ब्राह्मण चेहरों को साधने की रणनीति पर काम करेगी। बैठक में उत्तराखंड के पार्टी पदाधिकारी भी शामिल हुए। मायावती ने संगठन के गठन के बचे कामों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

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