लखनऊ, 27 दिसंबर 2025:
प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड में है। ठंड से आम लोगों, खासकर गरीबों, बेघर और निराश्रितों को राहत देने के लिए सरकार ने रैन बसेरा, अलाव और कंबल वितरण की व्यापक व्यवस्था की है। प्रशासन को साफ निर्देश दिए गए हैं कि शीतलहर के दौरान कोई भी जरूरतमंद ठंड से परेशान न रहे।
प्रदेश में काम कर रहे 1247 रैन बसेरे
सरकार ने जिला प्रशासन, नगर निकाय और संबंधित विभागों को संवेदनशीलता के साथ राहत कार्यों को लगातार जारी रखने को कहा है। शीतलहर से बचाव के लिए प्रदेश में अब तक 1247 रैन बसेरे बनाए जा चुके हैं। इन रैन बसेरों में अब तक 9949 जरूरतमंद लोग रात गुजार चुके हैं। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि रैन बसेरों में साफ-सफाई, रोशनी, गर्म पानी और सुरक्षा का पूरा इंतजाम रहे।
कंबल वितरण पर खास फोकस
ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरण को सरकार ने प्राथमिकता दी है। पिछले तीन वर्षों में औसतन 10 लाख से अधिक कंबलों की खरीद की गई है। इस साल सभी जनपदों को कंबल खरीद के लिए 17.55 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। प्रदेश के 75 जनपदों ने कंबल खरीद के आदेश जारी कर दिए हैं। अब तक 1.40 लाख से ज्यादा कंबल गरीबों और जरूरतमंदों में बांटे जा चुके हैं, जबकि शेष कंबलों का वितरण लगातार जारी है।
अलाव के लिए 1.75 करोड़ रुपये जारी
सार्वजनिक जगहों पर अलाव जलाने की भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। इसके लिए सभी जनपदों को 1.75 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई है। हर जिले में रोज जल रहे अलावों की जानकारी राहत पोर्टल पर अपलोड की जा रही है, ताकि शासन स्तर पर लगातार निगरानी बनी रहे।
कोहरे पर भी सरकार लगातार कर रही निगरानी
कोहरे के कारण होने वाले हादसों से बचाव के लिए सरकार ने तकनीक का सहारा लिया है। राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से सचेत ऐप और वेब पोर्टल के जरिए अब तक 33 करोड़ से अधिक अलर्ट एसएमएस भेजे जा चुके हैं। ये संदेश अधिकारियों के साथ-साथ आम लोगों तक भी पहुंचाए गए हैं। इसके अलावा यूपीडा, एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी जैसे विभागों द्वारा जिलाधिकारियों और पुलिस को ई-मेल के जरिए लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं।






