लखनऊ, 26 दिसंबर 2025:
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बेहतर क्रियान्वयन, समय पर भुगतान और शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। यह सम्मान राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा आयोजित नेशनल ग्रीवांस वर्कशॉप में स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज (SHA-UP) को दिया गया।
दावों के भुगतान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
साचीज की सीईओ अर्चना वर्मा ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पात्र परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मिल रहा है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में जुलाई 2025 से अब तक करीब 2200 करोड़ रुपये का भुगतान अस्पतालों को किया जा चुका है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह राशि करीब 1300 करोड़ रुपये थी। यानी एक साल के भीतर भुगतान में लगभग दो गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे साफ है कि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोग इस योजना का फायदा उठा रहे हैं।

30 दिन में भुगतान, अस्पतालों को राहत
सीईओ ने बताया कि योगी सरकार के निर्देश पर स्वीकृत दावों का भुगतान 30 दिनों के भीतर किया जा रहा है। अस्पतालों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए अनुपूरक बजट में 1500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था भी की गई है। भुगतान प्रक्रिया को तेज और साफ-सुथरा बनाने के लिए सॉफ्टवेयर सिस्टम मजबूत किया गया है और साचीज की कोर टीम भी बढ़ाई गई है। इससे दावों की जांच और मंजूरी में लगने वाला वक्त कम हुआ है।
गंभीर बीमारियों का इलाज अब आसान
गंभीर और महंगे इलाज के मामलों में भी प्रदेश ने बड़ी तरक्की की है। वर्ष 2024-25 में हृदय रोग, न्यूरोसर्जरी, कैंसर, यूरोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी जैसे इलाजों पर 894.1 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक इन पर 1370.2 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों को बड़ी राहत मिली है।
कैंसर इलाज में खास बढ़ोतरी
साचीज की एसीईओ पूजा यादव ने बताया कि कैंसर (ऑन्कोलॉजी) सेवाओं में भी अच्छा इजाफा हुआ है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 449.62 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 285.43 करोड़ रुपये था। यह सरकार की उस सोच को दिखाता है, जिसमें गंभीर बीमारियों का इलाज आम लोगों की पहुंच में लाना शामिल है।
शिकायतों के निस्तारण में भी यूपी आगे
आयुष्मान योजना से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण में भी उत्तर प्रदेश ने मिसाल कायम की है। जनवरी 2025 से अब तक ऑनलाइन पोर्टल पर 41,582 शिकायतें और अनुरोध मिले, जिनमें से 41,458 मामलों का समय पर और बेहतर निस्तारण किया जा चुका है। इसी शानदार प्रदर्शन के चलते 18 दिसंबर 2025 को आयोजित नेशनल ग्रीवांस वर्कशॉप में उत्तर प्रदेश को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में देश के 37 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश के साथ तमिलनाडु, सिक्किम और चंडीगढ़ को भी सम्मान मिला।





