
लखनऊ 18 फरवरी 2025:
क्षेत्रीय भाषाओं में यूपी विधानसभा की कार्यवाही होने के प्रस्ताव पर बजट सत्र के पहले दिन ही शोर मच गया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद ने अंग्रेजी का विरोध करते हुए उर्दू को शामिल करने की बात कही इसी बात पर सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है। ये लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी मीडियम में भेजते हैं और दूसरों को उर्दू पढ़ने को कहते हैं। हंगामेदार रहे पहले दिन दोनों तरफ से तीखी बहस होती रही।

नेता प्रतिपक्ष बोले- अंग्रेजी की जगह उर्दू शामिल हो
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ही बजट सत्र से पूर्व विधान सभा की कार्यवाही को हिंदी भाषा के साथ क्षेत्रीय भाषाओं ब्रज,अवधी, बुंदेली और भोजपुरी के साथ अंग्रेजी में भी होने की बात कही थी। इसी को लेकर मंगलवार को जब विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ तो इसका प्रस्ताव रखा गया। सीएम ने सभी दलों से इस पर सहयोग मांगा लेकिन नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा अंग्रेजी को हटाकर उर्दू को शामिल किया जाए। नेता प्रतिपक्ष की इस टिप्पणी पर ही सीएम ने पूरे विपक्ष पर निशाना साधा। हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सीएम ने कहा-क्षेत्रीय भाषाओं का अपमान कर रहा विपक्ष
फिलहाल स्थगन से पूर्व सीएम ने कहा कि विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है। इनके दोहरे चरित्र को समाज के सामने एक्सपोज करना चाहिए। ये खुद अपने बच्चों को अंग्रेजी मीडियम स्कूल में भेजते हैं और दूसरों से कहते हैं उर्दू पढ़ो, ये आमजन के बच्चों को मौलवी बनाना चाहते हैं। सरकार अवधी व भोजपुरी भाषा के लिए एकेडमी बनाना चाहती है और विपक्ष भाषा पर लड़ रहा है और क्षेत्रीय भाषाओं का अपमान कर रहा है।






