नई दिल्ली, 7 दिसंबर 2025:
नई दिल्ली में आयोजित एक कॉन्क्लेव के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में उत्तर प्रदेश की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होने जा रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य संकल्प, स्थिरता और तेजी के साथ आगे बढ़ेगा तभी भारत वर्ष 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर और 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकेगा।
मुख्यमंत्री के अनुसार यूपी सरकार ने राज्य के विकास को नई गति देने के लिए व्यापक मंथन और जनभागीदारी के आधार पर एक विस्तृत विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। यह डॉक्यूमेंट केवल प्रशासनिक स्तर पर नहीं बल्कि आम जनता और जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा में इस विषय पर 27 घंटे तक लगातार चर्चा चली जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की। इसके साथ ही जनता से भी बड़े पैमाने पर सुझाव जुटाए गए। अब तक 98 लाख से अधिक विचार सरकार को प्राप्त हुए हैं। इन्हीं सुझावों को आधार बनाकर राज्य के 12 प्रमुख सेक्टरों के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं।

सीएम योगी ने विश्वास व्यक्त किया कि यूपी वर्ष 2029–30 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के अपने लक्ष्य को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान विकास गति इस लक्ष्य को वास्तविकता के करीब ले जा रही है। ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ का संकल्प अब केवल नारा नहीं बल्कि धरातल पर दिखने वाली हकीकत बनता जा रहा है।
कार्यक्रम में सीएम ने निवेश के क्षेत्र में हुए बदलावों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले तक कई उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर हिचकिचाते थे लेकिन उनकी सरकार ने उद्योग जगत को भरोसा दिलाया कि बदलता हुआ उत्तर प्रदेश सुरक्षित, सक्षम और उद्योग-अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराएगा। योगी ने कहा कि इस विश्वास का परिणाम यह रहा कि रोड शो में 2.5 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिले जबकि पहली इन्वेस्टर समिट में यह आंकड़ा बढ़कर 4.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2023 में आयोजित तीसरे इन्वेस्टर समिट में यूपी को कुल 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। कुल मिलाकर अब तक प्रदेश को 45 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। उनमें से 15 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं और कई में उत्पादन भी शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परिवर्तन उत्तर प्रदेश के औद्योगिक इतिहास में एक नया अध्याय लिख रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आगामी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए लगभग 5 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं और आयोजन की तिथि जल्द तय की जाएगी। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के लिए एक नया मील का पत्थर बताते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार ने औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। यह प्रगति अब पूरे देश को स्पष्ट दिखाई दे रही है।






