
देहरादून, 2 सितंबर 2025:
मसूरी गोलीकांड की 31वीं बरसी पर मंगलवार को मसूरी स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए बलबीर सिंह नेगी, बेलमती चौहान, हंसा धनाई, धनपत सिंह, राय सिंह बंगारी और मदन मोहन ममगई को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और कहा कि प्रदेश सरकार राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए कृतसंकल्प होकर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 सितम्बर 1994 का दिन राज्य के इतिहास का काला अध्याय है, जब शांतिपूर्ण आंदोलनकारियों पर गोलियां चलाई गई थीं। उन्होंने कहा कि शहीदों के त्याग को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सरकार ने आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, शहीद परिवारों को 3000 रुपये मासिक पेंशन, घायल और जेल गए आंदोलनकारियों को 6000 रुपये तथा सक्रिय आंदोलनकारियों को 4500 रुपये प्रतिमाह पेंशन शामिल है।

सीएम धामी ने बताया कि आंदोलनकारियों की परित्यक्ता, विधवा और तलाकशुदा पुत्रियों को भी अब आरक्षण का लाभ मिलेगा। सरकार ने 93 आंदोलनकारियों को राजकीय सेवा में नियुक्त किया है। उनके बच्चों को स्कूलों व कॉलेजों में निशुल्क शिक्षा तथा सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करना भी आंदोलन की भावना के अनुरूप है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का सपना सांस्कृतिक पहचान और पारदर्शी शासन वाला उत्तराखंड था। इसी दिशा में समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून और मदरसा बोर्ड समाप्त करने जैसे फैसले लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 9 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है और अवैध रूप से संचालित ढाई सौ से अधिक मदरसे बंद करवाए गए हैं।
उन्होंने घोषणा की कि सरकार शीघ्र ही मसूरी में गढ़वाल सभा भवन का निर्माण, सिफन कोर्ट मामले का समाधान और वेंडर जोन की व्यवस्था करेगी। साथ ही राज्य आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय इंद्रमणि बड़ोनी की जन्मशताब्दी भव्य रूप से मनाई जाएगी। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी, दर्जा प्राप्त सुभाष बड़थ्वाल, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिका अध्यक्ष मनमोहन मल्ल सहित बड़ी संख्या में आंदोलनकारी और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।






