देहरादून, 17 नवंबर 2025:
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर स्थायी निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल) बनाए जाने के मामलों को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों (DM) और पुलिस अधीक्षकों (SP) के साथ एक लंबी वर्चुअल बैठक की और फर्जी प्रमाण पत्रों की गहन जांच के सख्त निर्देश दिए हैं।
मालूम हो कि जाली दस्तावेजों की आड़ में कुछ क्षेत्रों में बाहरी लोगों के अवैध रूप से बसने के मामले सामने आने के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सीएम धामी ने पिछले तीन वर्षों में जारी किए गए सभी स्थायी निवास प्रमाण पत्रों की जिलेवार गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों और इस गड़बड़ी में शामिल अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। राज्य की कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा। दिल्ली ब्लास्ट के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सत्यापन अभियान में तेजी लाने और सीमावर्ती क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए। साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले सभी वाहनों की गहन जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
करीब चार घंटे चली इस उच्च-स्तरीय बैठक में प्रशासनिक पारदर्शिता और अन्य विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई। सीएम ने अधिकारियों को शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में तेजी लाने और सभी पर्यटक स्थलों पर सड़क, पेयजल, पार्किंग आदि की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। सभी अस्पतालों में दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। विशेष रूप से स्त्री रोग विशेषज्ञों और बाल रोग विशेषज्ञों की तैनाती सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा साझा किए गए रजत जयंती समारोह विजन के अनुरूप सभी जिलों में कार्य किए जाएं।






