
पौड़ी, 21 मार्च 2025
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में एक पुजारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उसने मंदिर परिसर में एक दलित जोड़े की शादी की अनुमति देने से कथित तौर पर इनकार कर दिया।
मनियारस्यूं क्षेत्र की राजस्व पुलिस के अनुसार, दुल्हन के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद 12 मार्च को अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्हें मंदिर में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था।
सब-इंस्पेक्टर राकेश बिष्ट ने कहा कि पुजारी नागेंद्र सेलवाल ने कथित तौर पर 5 मार्च की सुबह जब युगल उनके पास पहुंचे तो जातिवादी गालियां दीं। बिष्ट ने कहा कि युगल, अंकिता और अजय, समय पर शादी नहीं कर सके और क्षेत्र के लोगों को हस्तक्षेप करना पड़ा।एसआई ने कहा, “इलाके के एक व्यक्ति ने मुझे फोन करके बताया कि सेलवाल ने दरवाज़े बंद कर दिए हैं और जोड़े को उनकी जाति के आधार पर अंदर जाने से मना कर दिया है। मैंने सेलवाल को फोन करके उन्हें अंदर आने देने के लिए कहा।”बिष्ट ने बताया कि घटना के कुछ दिनों बाद अंकिता के पिता नकुल दास ने राजस्व पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और सेलवाल तथा उसके सहयोगी नीतीश खेड़ियाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
गांव के निवासी नितिन कैंथोला ने बताया कि यज्ञशाला, जहां विवाह संपन्न होते हैं, उस दिन कभी भी बंद नहीं होती। “शादी के लिए आए लोगों के लिए इसे बंद देखना असामान्य था। पुजारी नहीं चाहते थे कि वे अंदर जाएं । हालांकि, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था और परिवार वहां शादी करना चाहता था क्योंकि वे गरीब थे। जब ऐसा हुआ, तो मंदिर समिति ने पटवारी को सूचित किया, जिन्होंने इस मुद्दे को सुलझाया।”






