
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 17 मई 2025:
यूपी के वाराणसी जोन में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल मातहतों का पुलिसिंग ज्ञान परख रहे हैं। अगर इसे स्कूल की परीक्षा की नजर से देखें तो 145 दरोगा ‘फेल’ हुए हैं। इन्हें 33 फीसदी नंबर भी नहीं मिले जबकि 444 दरोगा किसी तरह पासिंग मार्क्स जुटा सके। हालांकि इन सबके बीच छह पुलिसकर्मियों ने टॉपर का तमगा भी हासिल किया। फेल दरोगाओं को पुलिस लाइन में ककहरा सिखाया जाएगा।
कमिश्नर ने ली 589 दरोगाओं की मासिक परीक्षा, छह बने टॉपर
बता दें कि पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने 589 सब-इंस्पेक्टरों की ‘मासिक परीक्षा’ ली थी। इनमें सफलता पाने वालों की बात करें तो छह सुपरस्टार्स बने। इनमें मंडुवाडीह के राजदर्पण तिवारी, अमरजीत कुमार, रोहनिया के विकास कुमार मौर्य, चेतगंज की मीनू सिंह, कोतवाली की निहारिका साहू और रामनगर की अंशू पांडेय ने 75% से ज्यादा अंक लाकर ‘टॉपर’ का तमगा हासिल किया। इनकी पीठ थपथपाई जाएगी, इनाम भी मिलेगा।
फेल दरोगाओं की लाइन में चलेगी रिमेडियल क्लास
कमिश्नर की परीक्षा में 145 दरोगा 33% अंक भी नहीं ला सके। वहीं रिव्यू में 444 दरोगा ने किसी तरह ‘पासिंग मार्क्स’ हासिल कर अपनी इज्जत बचा ली। फेल हुए 145 दरोगाओं को एक महीने के लिए पुलिस लाइन में ‘रिमेडियल क्लास’ के लिए भेज दिया गया है। वहां परेड, फुट पेट्रोलिंग और ‘कामकाज का पाठ’ पढ़ाया जाएगा। और हां, खुद कमिश्नर साहब हर दिन 10-10 दरोगा की ‘काउंसलिंग’ करेंगे।
कमिश्नर ने दी विभागीय कार्रवाई की चेतावनी
पुलिस कमिश्नर ने साफ चेतावनी दी है कि अगर इन 145 ‘सुस्त परफॉर्मर’ ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया, तो विभागीय कार्रवाई का डंडा चलेगा। यानी, अगली बार ‘सस्पेंशन’ की मार पड़ सकती है। अब ये साफ हो जाएगा कि दरोगा ‘पुलिसिंग की किताब’ खोलकर पढ़ते हैं या फिर ‘काउंसलिंग’ के बाद भी ‘फेल’ का टैग लिए घूमते हैं।
क्राइम मीटिंग में लगाई फटकार, सौपी ‘क्लीन सिटी’ मिशन की जिम्मेदारी
शुक्रवार की देर रात हुई क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने थानेदारों को फटकार लगाते हुए कहा कि हुक्का बार, स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों पर नकेल कसो। ऑनलाइन सट्टा, जुआ, सड़कों पर स्टंटबाजी, ब्लैक फिल्म वाली गाड़ियां, शराब तस्करी, सब पर शिकंजा कसने के आदेश दिए। लूट, चैन स्नैचिंग जैसी वारदातों पर ‘क्विक एक्शन’ और रात में बाजारों की गश्त को और सख्त करने को कहा। CUG फोन न उठाने वालों को भी चेतावनी दी गई ‘फोन उठाओ, वरना अच्छा नहीं होगा!’






