
अंशुल मौर्य
वाराणसी,1 अप्रैल 2025:
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों तल्ख बयानों, तीखे तंज और पोस्टरों की सियासी जंग छिड़ी हुई है, जहां समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जुबानी तकरार लगातार बढ़ रही है और इस बार सियासत का केंद्र गौशाला, गंगा और सनातन संस्कृति बन गए हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछले दिनों भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को दुर्गंध पसंद है, तभी वे गौशालाएं बना रहे हैं, जबकि सपा इत्र पार्क बना रही है। उनके इस बयान ने भाजपा को आक्रामक बना दिया और पार्टी ने इसे सनातन संस्कृति का अपमान बताया। भाजपा ने कहा कि गौशाला में दुर्गंध नहीं, बल्कि सनातन की आत्मा बसती है और गाय को माता का स्थान दिया जाता है।
अब वाराणसी में सपा ने पोस्टर वॉर छेड़ दी, जिसमें अखिलेश यादव को भगवान श्रीकृष्ण के रूप में दिखाया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया। इस पोस्टर में ‘कलयुगी भ्रष्टाचारी मामा’ के रूप में मोदी का चेहरा दिखाया गया। लोहिया वाहिनी के बैनर तले लगाए गए इस पोस्टर में सपा नेता संदीप मिश्रा को सुदामा के रूप में दर्शाया गया है।
सपा नेता संदीप मिश्रा ने भाजपा सरकार पर गौशालाओं की बदहाली और गंगा की दुर्दशा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गंगा का पानी सूख रहा है और गौशालाओं से दुर्गंध उठ रही है, फिर भी भाजपा सनातन संस्कृति की बात कर रही है। उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीतियों से आम जनता प्रभावित हो रही है।
यह सियासी तनातनी आने वाले चुनावों के माहौल को और गरमा रही है और दोनों दलों के बीच कटुता को और बढ़ा रही है।







