अंशुल मौर्य
वाराणसी, 2 दिसंबर 2024 :
वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने अब अवैध निर्माण पर काबू पाने के लिए एक नई और प्रभावी तकनीकी पहल शुरू की है। अब एनफोर्समेंट जियाट्रिक्स सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए सेटेलाइट डाटा के माध्यम से अवैध निर्माण को चिन्हित किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर की मदद से वीडीए के क्षेत्राधिकार में आने वाली भूमि पर हुए अवैध निर्माण और प्लाटिंग की पहचान की जाएगी, और इसके बाद त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
इस सॉफ्टवेयर में सेटेलाइट डाटा के आधार पर निर्माण का क्षेत्रफल, तल, और निर्माण होने का समय जैसी जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जिससे अवैध निर्माण की सटीक पहचान संभव होगी। वीडीए ने इस तकनीक का उपयोग करते हुए पहले चरण में 1000 वर्ग मीटर से बने 49 नवनिर्माणों को चिन्हित किया है, जो वाराणसी के जोन 1, 2 और 3 में स्थित हैं।
वीडीए का यह कदम वाराणसी विकास प्राधिकरण के लगभग 1073 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लागू होगा, जिसमें शहरी क्षेत्र और 850 गांव शामिल हैं। इन क्षेत्रों को 5 जोन में बांटा गया है, और तकनीकी सहायता के माध्यम से अवैध निर्माण की पहचान की जाएगी, जिससे कार्रवाई को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
यह पहल लखनऊ में अवैध निर्माण पर उठे सवालों के बाद की गई है, जिसके बाद कई जिलों में अवैध निर्माण पर कार्रवाई को और तेज करने की योजना बनाई जा रही है। वाराणसी में अब तकनीकी सहयोग से अवैध निर्माण की पहचान और उसे रोकने की दिशा में वीडीए ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो शहर के विकास और सौंदर्यकरण की दिशा में एक अहम मील का पत्थर साबित होगा।