
लखनऊ/उन्नाव, 12 जुलाई 2025:
लखनऊ और कानपुर के बीच सफर अब और भी तेज, सुरक्षित और सुगम होने जा रहा है। करीब 63 किलोमीटर लंबे कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सितंबर से यातायात शुरू करने की तैयारी है। फिलहाल मौजूदा हाईवे पर लखनऊ-कानपुर के बीच यात्रा में जहां 2 से 2.5 घंटे का समय लगता है, वहीं एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद यह दूरी करीब 45 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के रीजनल अफसर संजीव शर्मा ने शुक्रवार को तकनीकी टीम के साथ एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और गुणवत्ता जांची। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को काम शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे की खासियत
-एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई करीब 63 किलोमीटर है।
-इसमें उन्नाव जिले में 45.3 किलोमीटर और शेष हिस्सा लखनऊ में है।
-उन्नाव में कार्य 90 प्रतिशत और लखनऊ में 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
-उन्नाव में कोरारी रेलवे ट्रैक और नेवरना गांव के पास गंगा एक्सप्रेसवे पर पुलों के स्लैब का काम चल रहा है, जो 20 दिन में पूरा हो जाएगा।
-बाकी बचा कार्य अगस्त के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
रफ्तार और यातायात व्यवस्था
-एक्सप्रेसवे पर वाहन 120 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकेंगे।
-बाइक, ऑटो, लोडर जैसे छोटे वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित होगी, ताकि हाई-स्पीड ट्रैफिक में बाधा न आए।
-एक्सप्रेसवे में करीब 18 किमी एलिवेटेड रोड और करीब 45 किमी ग्रीन फील्ड सेक्शन शामिल है।
-लखनऊ के सरोजनीनगर और बंथरा, उन्नाव में दो स्थानों और कानपुर में एक स्थान से एंट्री पॉइंट होंगे।
-इस 6-लेन एक्सप्रेसवे को भविष्य में 8 लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा।
हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे से होंगे ये फायदे
-सफर की अवधि में भारी कमी।
-औद्योगिक, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा प्रोत्साहन।
-यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को एक नई रफ्तार देगा।






