हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 29 मई 2025:
यूपी के गोरखपुर जिले में सहजनवा खजनी क्षेत्र के महुआडाबर गांव के होनहार विभोर दुबे अपनी सफलता से सुर्खियों में छा गए हैं। विभोर ने हाल ही में लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आईपीएल 2025 के लीग मैच में यूपीसीए की ओर से मैच में अंपायर के साथ लायजन आफिसर (मैच ऑफिशियल लायजन) की भूमिका निभाई। लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच हुए इस मुकाबले के दौरान अहम जिम्मेदारी मिलने से उनके गांव परिवार और युवाओं में जश्न का माहौल है। खुशी में डूबे पिता ने मिठाई बांटी व कहा कि विभोर से प्रेरणा पाकर तमाम युवा आगे बढ़ेंगे।
यूपीसीए ने अंतिम लीग मैच में सौपी थी जिम्मेदारी
सहजनवा खजनी क्षेत्र के महुआडाबर व आसपास के गांवों में रहने वाले युवा और बुजुर्ग इस समय उत्साह में डूबे है। उसकी वजह बने हैं युवा ‘विभोर’, जो महुआडाबर में रहने वाले नरेंद्र देव दुबे के बेटे हैं।
विभोर का क्रिकेट के प्रति समपर्ण युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। दरअसल दो दिन पूर्व 27 मई को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेले गए IPL 2025 के अंतिम लीग मैच हुआ था। लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में विभोर दुबे ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के पैनल ने अंपायर संग मैच ऑफिशियल लायजन की भूमिका विभोर दुबे को सौंपी थी। विभोर ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम देते हुए निष्पक्षता और पेशेवर रवैये का प्रदर्शन किया।
परिवार, दोस्त व रिश्तेदार संग ग्रामीणों ने मनाई खुशी
महुआडाबर गांव में विभोर की इस उपलब्धि से खुशी का माहौल है। एक दूसरे को मिठाई खिलाई गई वहीं सभी लोग उनके घर में एकजुट हुए। गांव के मित्र मंडली, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने उनके पिता नरेंद्र देव दुबे को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर कोई इस होनहार युवक की सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है। सभी मे कहा कि उनकी कर्तव्यनिष्ठा और खेल के प्रति समर्पण ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि क्रिकेट जगत में उनकी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया। राजन डुबे रिंकू दुबे ,अनुराग दुबे , अभिषेक दुबे सौरभ दुबे शिवम दुबे रजत दुबे राजनरायन आदि लोगो ने कहा विभोर ने यह साबित कर दिया कि गांव की माटी आसमान छू सकती है। पिता नरेंद्र देव दुबे उर्फ प्रधान ने भावुक होते हुए कहा, “विभोर ने दिखा दिया कि अगर मन में जुनून हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। हम चाहते हैं कि वह आगे भी ऐसे ही देश का नाम रोशन करता रहे। लोगों ने विभोर की सफलता पर नारे भी लगाए।