पटना, 02 अप्रैल 2025
वक्फ संशोधन बिल के संसद में पेश होने को लेकर पूरे देश की नजरें इस पर टिकी हुई हैं। इसी बीच, बिहार की राजनीति में नया मोड आ गया है। दरअसल ऐन वक्त पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक वीडियो तेजी से वायरल हाे रहा है, जिसमें लालू प्रसाद यादव वक्फ बोर्ड मामले पर संसद में बयान दे रहे हैं। अब लालू के इसी बयान के बाद एनडीए के घटक दलों ने लालू प्रसाद पर निशाना साधा है।
दरअसल 37 सेकेंड के इस वीडियो में लालू प्रसाद कह रहे हैं कि सारी जमीनें हड़प ली गयी हैं। कड़ा कानून बनाने की जरूरत है। सरकारी या फिर काम करने वालों ने जमीन को बेच दिया है। पटना के डाक बंगला पर जितनी संपत्ति थी, सब पर अपार्टमेंट बन गया है।
अब लालू प्रसाद के इस वीडियो के वायरल होने के बाद एनडीए की अहम सहयोगी दल हम पार्टी ने हमला किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता श्याम शरण ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि विपक्ष हमेशा देश को गुमराह करने का काम करता है। अफवाहों को फैलाकर भ्रम फैलाने वालों की पोल पट्टी खुल गई। लालू प्रसाद का संसद में दिया गया बयान सामने है। सत्ता में रहेंगे तो कुछ, विपक्ष में रहेंगे तो कुछ। ये दोहरापन देश के लिए नुकसानदेह है। मुसलमानों को केवल वोट बैंक के लिए बेवकूफ बनाते हैं। लालू प्रसाद, आज की मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास पर काम करती है। सबको लेकर चलने में विश्वास रखती है। हमारी मुसलमान भाइयों से अपील है इनके अफवाहों में पड़ने के बजाय बिल को पढ़ें। तब उस पर विचार करें। सीएए हो एनआरसी हो, हर मौके पर विपक्ष ने देश को गुमराह किया है।
वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव कलयुग में ऐसे पुत्र पैदा लिए कि लालू प्रसाद को ही राजनीति के बौद्धिक कारागार में बंद कर दिया, होटवार कारागार में नहीं। 2010 को लालू प्रसाद ने वक्फ की संपत्ति की सुरक्षा के लिए उसमें हो रहे लूट के लिए कडाई की चर्चा की और पुत्र इसका विरोध कर रहा है। कौन अज्ञानी है? लालू प्रसाद या तेजस्वी प्रसाद यादव? जनता सब पहचानती है। रंग बदलते हैं, विचार बदलते हैं लेकिन राजनीति में तकदीर नहीं बदलने वाली है।