लखनऊ, 16 दिसंबर 2025:
उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के संकल्प के साथ प्रदेश सरकार विजन-2047 के लक्ष्यों को साकार करने की दिशा में परिवहन अवसंरचना को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में जुटी है। विकसित उत्तर प्रदेश की परिकल्पना के तहत सरकार का फोकस केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है बल्कि कस्बों, औद्योगिक क्षेत्रों और अर्ध शहरी इलाकों तक तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय परिवहन सुविधाएं पहुंचाने पर है।
प्रदेश सरकार शहरी और क्षेत्रीय आवागमन को सुगम बनाने के लिए हाई-स्पीड परिवहन नेटवर्क का व्यापक रोडमैप तैयार कर रही है। इसके तहत प्रमुख शहरों और आर्थिक केंद्रों को जोड़ने के लिए हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस नेटवर्क को एक हजार किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से विकसित करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके साकार होने से यात्रा का समय घटेगा, लोगों की दैनिक आवाजाही आसान होने के साथ आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।

इसके साथ प्रदेश में रीजनल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। लगभग 1500 किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित परिवहन नेटवर्क की योजना पर काम चल रहा है। इससे शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों के बीच निर्बाध संपर्क सुनिश्चित हो सके। सरकार विभिन्न ऑर्बिटल कॉरिडोर्स के निर्माण की योजना भी तैयार कर रही है। ये शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ-साथ शहरी इलाकों में यातायात के दबाव को कम करने में सहायक होंगे। ये कॉरिडोर औद्योगिक क्षेत्रों, लॉजिस्टिक्स हब और नगरीय केंद्रों को बेहतर ढंग से जोड़कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगे।
आधुनिक परिवहन विकल्पों के तहत इंटरसिटी हाइपरलूप, प्रमुख शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं का संचालन और विस्तार तथा वॉटर मेट्रो नेटवर्क को बढ़ाने पर भी सरकार का विशेष ध्यान है। बेहतर रीजनल कनेक्टिविटी से प्रदेश में व्यापार और उद्योग को नई दिशा मिलेगी। उद्योगों को कच्चे माल, बाजार और श्रम शक्ति तक आसान पहुंच प्राप्त होगी, जिससे निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
प्रदेश सरकार की रणनीति केवल बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स तक सीमित नहीं है। आम नागरिकों की दैनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अंतिम मील कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि लोगों को घर से कार्यस्थल, बाजार और आवश्यक सेवाओं तक सहज पहुंच मिल सके। सीएम योगी का स्पष्ट मानना है कि मजबूत, सुरक्षित और आधुनिक परिवहन व्यवस्था ही समग्र विकास की रीढ़ है। विजन-2047 को केंद्र में रखते हुए प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय के साथ वैश्विक मानचित्र पर एक सशक्त और विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है।






