लखनऊ, 27 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में शीतलहर का सितम लगातार बढ़ता जा रहा है। पारा तेजी से गिर रहा है। ठिठुरन ने आम जनजीवन की रफ्तार थाम दी है। ऐसे हालात में बिना घर वाले लोगों के लिए रात काटना किसी चुनौती से कम नहीं। इस बीच प्रशासन की सक्रियता शहरवासियों के लिए राहत बनकर सामने आई है। शुक्रवार देर रात डीएम विशाख जी खुद सड़कों पर उतरे और शहर में मौजूद अस्थायी रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया।
डीएम सबसे पहले परिवर्तन चौक पहुंचे जहां उन्होंने अस्थायी रैन बसेरे की व्यवस्था देखी। उन्होंने वहां रुककर जरूरतमंदों से बातचीत की और उनकी समस्याएं समझीं। ठंड से जूझ रहे बेघर लोगों को उन्होंने अपने हाथों से कंबल वितरित किए। इसके बाद डीएम का काफिला केडी सिंह स्टेडियम, हजरतगंज चौराहा और बालू अड्डा पहुंचा। वहां मौजूद रैन बसेरों की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया गया।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने साफ निर्देश दिए कि सभी रैन बसेरों में स्वच्छता, पर्याप्त रोशनी, पीने के पानी की सुविधा, बेहतर बिस्तर और कंबलों की पर्याप्त व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित हो। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और व्यवस्थाओं में कमी मिलने पर कार्रवाई तय है।
शीतलहर की तीव्रता को देखते हुए डीएम ने नगर निगम और संबंधित विभागों को शहर के प्रमुख चौराहों तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रात में सड़कों पर गश्त बढ़ाई जाए ताकि कोई भी मजबूर व्यक्ति ठंड में खुले आसमान के नीचे न सोने पाए। जरूरत पड़ने पर ऐसे लोगों को रैन बसेरों तक पहुंचाने का काम तुरंत किया जाए।
डीएम के इस रात्रि निरीक्षण के दौरान एडीएम, तहसीलदार सदर, नगर निगम के जोनल अधिकारी समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी हो और हर दिन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। कड़ाके की ठंड में प्रशासनिक सक्रियता और जनसहयोग की यह पहल जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो रही है।







