
देहरादून, 1 जुलाई 2025 :
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ाव केदारनाथ धाम में इस वर्ष मौसम की तबाही ने तीर्थयात्रा पर गहरी चोट की है। जहां हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए उमड़ते हैं, वहीं इस बार भारी बारिश और भूस्खलन के चलते यात्रा पूरी तरह ठप हो गई है। केदारनाथ हाईवे से लेकर सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटर मार्ग तक कई जगहों पर मलबा और बोल्डर गिरने से सड़कें बाधित हो चुकी हैं।
केदारनाथ यात्रा अलर्ट
आमतौर पर भक्तों की लंबी कतारों से गुलजार रहने वाला केदारनाथ धाम आज वीरान और सन्नाटे में डूबा हुआ है। तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं और यात्रा मार्ग पर फिसलन व खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे आने वाले दिनों में भी स्थिति में सुधार की उम्मीद कम है।
मुख्यमंत्री के निर्देश और राहत कार्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के अधिकारियों को अगले दो महीने तक अलर्ट मोड में रहने और ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहकर राहत कार्यों को गति देने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन लगातार हो रही वर्षा और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन से कार्यों में बाधा आ रही है।
यात्रियों से अपील और स्थानीय व्यवसाय पर असर
स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले मौसम और सड़क मार्ग की स्थिति की जानकारी अवश्य लें। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें सोनप्रयाग व अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है।तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है और जो कुछ लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, वे भी मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं।
बारिश ने न केवल आस्था की इस यात्रा को धीमा किया है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों की रोजी-रोटी पर भी असर डाला है।अगर आप भी केदारनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो कृपया मौसम विभाग की चेतावनियों और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि आपकी यात्रा सुरक्षित और सफल हो सके।






