नई दिल्ली, 5 मार्च 2025
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पिछले महीने भगदड़ के दौरान कुलियों ने लोगों की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली, लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है क्योंकि वे वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह उनके अधिकारों के लिए लड़ेंगे।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुलियों के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो पोस्ट किया। गांधी ने वीडियो के साथ अपनी पोस्ट में कहा, “कुछ दिन पहले मैं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा और वहां कुली भाइयों से फिर मिला। बातचीत के दौरान उन्होंने मुझे बताया कि कैसे सभी ने मिलकर भगदड़ वाले दिन लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “चाहे लोगों को भीड़ से निकालने की बात हो, घायलों को एम्बुलेंस और प्रशासन तक पहुंचाना हो, या मृतकों के शवों को बाहर निकालना हो – अपनी शारीरिक क्षमताओं का उपयोग करना हो, ठेले का उपयोग करना हो या अपनी जेब से पैसा खर्च करना हो, उन्होंने हर तरह से यात्रियों की मदद की।” गांधी ने 15 फरवरी को स्टेशन पर हुई भगदड़ के दौरान कई लोगों की जान बचाने और राहत कार्य में मदद करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जहां प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं दिहाड़ी मजदूरी करने आने वाले इन भाइयों की संवेदना देखकर बहुत प्रभावित हूं।’’ गांधी ने कहा, “वे अभी भी वित्तीय कठिनाइयों में जी रहे हैं – लेकिन उनमें जोश और सद्भावना भरी हुई है। उन्हें मदद की जरूरत है, जिसके बारे में उन्होंने अपनी मांगें बताई हैं। मैं निश्चित रूप से उनकी मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।”
कांग्रेस नेता ने एक्स पर हिंदी में लिखी अपनी पोस्ट में एक कुली के हवाले से कहा, “कुछ दिन तो ऐसे होते हैं जब हमारे पास खाने के लिए भी पैसे नहीं होते। हम या तो घर पैसे भेजते हैं या फिर खाना खाते हैं।” उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि हमारे कुली भाई ऐसी ही मुश्किलों में जीने को मजबूर हैं।

गांधी ने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान इन लोगों ने लोगों की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी, लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। मैं उनकी मांगों को सरकार के समक्ष रखूंगा और उनके अधिकारों के लिए पूरी ताकत से लड़ूंगा!” वीडियो में कुलियों ने गांधी से कहा कि उनकी मांग है कि उन्हें ग्रुप डी की नौकरी मिले।