
मयंक चावला
आगरा, 21 अगस्त 2025 :
आगरा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी से नदी शुक्रवार तक एयर रौद्र रूप ले लेगी। आलम ये है कि आगरा के शहरी क्षेत्रों को छूकर बह रही यमुना का पानी ताजगंज स्थित मोक्षधाम में भी घुस गया है। इससे यहां होने वाले शवों के अंतिम संस्कार भी प्रभावित हो रहे हैं। खेत खलिहान पहले ही निगल चुके पानी के बढ़ते दायरे को देखकर ग्रामीण दहशत में हैं।
आगरा में यमुना के जलस्तर में लगातार इजाफा होता जा रहा है। जिले के 15 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश और 17 अगस्त को हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए 1.78 लाख क्यूसेक पानी के बाद शुक्रवार तक यमुना का जलस्तर 500 फीट तक पहुंच सकता है। आलम यह है कि ताजमहल के बराबर से बहती यमुना नदी का दूसरा किनारा नजर नहीं आ रहा है। दशहरा घाट तक पानी पहुंच गया है वहीं ताजगंज मोक्षधाम में भी यमुना का पानी भर गया। जिसके चलते लोगों को शवों के अंतिम संस्कार में परेशानी हो रही है चबूतरे पानी में डूबे हैं। लोगों की भीड़ जमा है। किसी तरह सूखी जमीन खोजकर दाह संस्कार किया जा रहा है।
प्रशासन द्वारा अब 7 बाढ़ चौकियां बनाई गई है, और तटवर्ती इलाकों में मुनादी कराई गई है। यमुना में बाढ़ आने पर करीब 40 गांव प्रभावित होते हैं। जलस्तर 500 फीट होने पर तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, भरापुर, बमरौली, ईदौन, मड़ायना समेत 15 गांवों में यमुना के उफान से लोगों की नींद उड़ गई है। शहर में नगला बूढ़ी, दयालबाग स्थित अमर विहार, मोती महल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टॉकीज और वेदांत मंदिर से यमुना किनारा होते हुए आगरा किला तक जलभराव हो सकता है।