हैदराबाद, 20 अप्रैल 2025
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर उसके सांसद निशिकांत दुबे द्वारा शनिवार को सुप्रीम कोर्ट पर कटाक्ष करने के बाद तीखा हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि भाजपा ‘धोखाधड़ी’ कर रही है और धार्मिक युद्ध की धमकी दे रही है। एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, “आप लोग (भाजपा) ट्यूबलाइट हैं… इस तरह से अदालत को धमका रहे हैं… क्या आप जानते हैं कि (संविधान का) अनुच्छेद 142 क्या है? इसे बीआर अंबेडकर ने बनाया था… भाजपा धोखाधड़ी कर रही है और धार्मिक युद्ध की धमकी दे रही है।”उन्होंने कहा, “आप लोग सत्ता में हैं और आप इतने कट्टरपंथी हो गए हैं कि आप धार्मिक युद्ध की धमकी दे रहे हैं… मोदी जी, अगर आप इन लोगों को नहीं रोकेंगे तो देश कमजोर हो जाएगा। देश आपको माफ नहीं करेगा और कल आप सत्ता में नहीं रहेंगे।”
भाजपा ने निशिकांत दुबे की सुप्रीम कोर्ट की आलोचना को ‘पूरी तरह खारिज’ किया :
दूसरी ओर, भगवा पार्टी ने दुबे और उसके एक अन्य सांसद दिनेश शर्मा के बयानों पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा ने खुद को इस टिप्पणी से अलग कर लिया, जबकि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्पष्ट किया कि भाजपा “इन बयानों को पूरी तरह से खारिज करती है”।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में भाजपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी दुबे और शर्मा के बयानों से सहमत नहीं है और इसे उनके “व्यक्तिगत विचार” मानते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करती है।
नड्डा ने यह भी कहा कि भाजपा का मानना है कि न्यायपालिका और सभी अदालतें लोकतंत्र का “अभिन्न अंग” हैं और संविधान की रक्षा के लिए एक मजबूत स्तंभ हैं। भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उन्होंने दोनों सांसदों से इस तरह की टिप्पणी न करने को कहा है।
न्यायपालिका पर निशिकांत दुबे की टिप्पणी :
शनिवार को भाजपा सांसद दुबे ने सुप्रीम कोर्ट की तीखी आलोचना की और कहा कि अगर शीर्ष अदालत को कानून बनाना है तो संसद और राज्य विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए।
दुबे लोकसभा में पार्टी के सबसे मुखर सदस्यों में से एक हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना पर भी कटाक्ष किया।