
नई दिल्ली,19 मई 2025
हरियाणा की यूट्यूबर और कथित जासूस ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तान के मुरीदके में जासूसी की ट्रेनिंग ली है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह ट्रेनिंग पहलगाम अटैक से ठीक पहले हुई थी। ट्रेनिंग के बाद ज्योति एक बड़े सोशल मीडिया मिशन का हिस्सा बन गई थी, जिसके तहत पाकिस्तान भारत में डिजिटल युद्ध छेड़ना चाहता था। ज्योति के पाकिस्तान दौरे और उसके मिशन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
खुफिया जानकारी के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा पहलगाम अटैक से पहले पाकिस्तान गई थी। वहां वह 14 दिनों तक मुरीदके में रही, जहां उसने विशेष ट्रेनिंग ली। इसके बाद वह भारत लौटी और एक खास मिशन को अंजाम देने की योजना बना रही थी। लेकिन पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर की वजह से इस मिशन को कुछ दिन के लिए रोकना पड़ा। हालांकि, इस सीक्रेट मिशन का असली उद्देश्य अभी भी स्पष्ट नहीं है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि ज्योति मल्होत्रा कई बार पाकिस्तान गई है। पासपोर्ट की जांच में तीन बार पाकिस्तान जाने की पुष्टि हुई है। हर बार उसने करतारपुर साहिब के रास्ते पाकिस्तान में एंट्री की। पहली बार वीजा उसने खुद से हासिल किया था, जबकि बाकी दो बार पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश ने वीजा दिलवाया। सूत्रों के मुताबिक, वह दो-तीन बार और भी पाकिस्तान गई है, लेकिन इसकी एंट्री उसके पासपोर्ट पर नहीं है, जिससे अवैध तरीके से बॉर्डर पार करने की आशंका जताई जा रही है।
ज्योति मल्होत्रा का तीसरा पाकिस्तान दौरा जासूसी की ट्रेनिंग के लिए था। वह भारत से सीधे इस्लामाबाद पहुंची और मुरीदके के एक कैंप में 14 दिनों की विशेष ट्रेनिंग ली। कहा जा रहा है कि यह ट्रेनिंग किसी विशेष मिशन के तहत थी। भारत लौटने के बाद ज्योति को इस मिशन पर काम शुरू करना था, लेकिन पहलगाम अटैक की वजह से इसे रोकना पड़ा। सूत्रों का मानना है कि ज्योति को पहलगाम अटैक की जानकारी पहले से थी, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
इस मिशन में ज्योति मल्होत्रा अकेली नहीं थी। पुलिस के अनुसार, इस मिशन में भारत के दो दर्जन से अधिक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर भी शामिल हैं। ये सभी वे लोग हैं, जिनके सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर्स हैं। इस मिशन के तहत पाकिस्तान भारत में एक डिजिटल युद्ध छेड़ना चाहता था, जिसमें भारत के लोगों के बीच पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनानी थी और लोगों को अपनी सरकार के खिलाफ खड़ा करना था। इसके साथ ही भारत की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान को पहुंचानी थी।
हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि युद्ध सिर्फ सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि डिजिटल माध्यम से भी लड़ा जाता है। पाकिस्तान ने इसी तरह के डिजिटल युद्ध का मिशन शुरू किया है, जिसमें ज्योति मल्होत्रा एक मोहरे की तरह काम कर रही थी।
कौन है जासूस हसीना ज्योति मल्होत्रा?
ज्योति मल्होत्रा हरियाणा के हिसार में रहने वाले एक सामान्य परिवार की बेटी है। उसके पिता हरीश मल्होत्रा बिजली निगम से रिटायर्ड हैं और हिसार में ही रहते हैं। पारिवारिक विवाद के चलते ज्योति ने बीए की पढ़ाई के बाद घर छोड़ दिया और गुरुग्राम की एक कंपनी में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करने लगी। लॉकडाउन के दौरान वह यूट्यूबर बन गई।
इसी दौरान वह पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात अधिकारी दानिश के संपर्क में आई। दानिश के जरिए उसके संबंध नवाज शरीफ की बेटी मरियम और पाकिस्तानी इंटेलिजेंस अधिकारी शाकिर राणा से बने। शाकिर राणा ने ही ज्योति को जासूसी की ट्रेनिंग दिलाई।