
अंशुल मौर्य
वाराणसी,21 मई 2025:
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का संबंध अब काशी से भी गहराई से जुड़ता दिखाई दे रहा है। पिछले पांच वर्षों से ज्योति वाराणसी की गलियों, घाटों और मंदिरों को अपने कैमरे में कैद करती रही हैं और इन व्लॉग्स को यूट्यूब चैनल पर नियमित रूप से अपलोड करती थीं।
ज्योति के चैनल पर काशी विश्वनाथ मंदिर, घाट, मुस्लिम बहुल रेवड़ी तालाब क्षेत्र, छावनी इलाका और अन्य संवेदनशील स्थानों की सूक्ष्म रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। 2022 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, तब ज्योति उसी ट्रेन में सवार थीं और उन्होंने पायलट केबिन तक की रिकॉर्डिंग कर डाली, जो अब जांच एजेंसियों की नजर में है।
बताया जा रहा है कि ज्योति अक्टूबर 2022 और दिसंबर 2024 के बीच वाराणसी में लंबे समय तक रुकीं। इस दौरान उन्होंने गंगा आरती, घाटों की संरचना, अंतिम संस्कार की प्रक्रिया, नाविकों से बातचीत, विदेशी पर्यटकों की गतिविधियां और बनारसी साड़ी के कारखानों तक को अपने कैमरे में कैद किया।
अब खुफिया एजेंसियां हर फुटेज की बारीकी से जांच कर रही हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या ये सब महज़ एक यूट्यूबर का काम था या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी। फिलहाल वाराणसी की हर वो गली, जहां उनका कैमरा गया, अब जांच की परिधि में है।






