
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 9 सितंबर 2025:
यूपी के वाराणसी जिले में करौली आश्रम से कलेक्ट्रेट तक कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लड़कियों पर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ महिलाओं ने जुलूस निकाला। इस दौरान उनके पुतले पर चप्पलें बरसाईं और सड़क पर पटककर उसे पैरों से कुचला। गुस्साई महिलाओं ने कथावाचक को ‘नारी विरोधी’ करार देते हुए उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

शंकर सेना महिला विंग की अध्यक्ष प्रियंका द्विवेदी के नेतृत्व में करीब 200 महिलाओं ने करौली आश्रम से कलेक्ट्रेट तक एक किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर ‘अनिरुद्धाचार्य माफी मांगो’ जैसे नारे लिखे थे। दीनदयाल संकुल गेट पर पुलिस ने जुलूस रोक लिया, जिसके बाद महिलाओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुतला जलाने की कोशिश के दौरान पुलिस ने पुतला छीन लिया, जिससे महिलाएं और भड़क गईं। बाद में पुलिस ने हाथ जोड़कर स्थिति को शांत कराया।
महिलाओं ने पुतले को सड़क पर फेंककर पैरों से कुचला और चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन होंगे। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा, “अनिरुद्धाचार्य के बयान नारी समाज को अपमानित करने वाले हैं। वे महिलाओं और बच्चियों के चरित्र पर सवाल उठाते हैं, जो अस्वीकार्य है। उनके बयान बाल विवाह को बढ़ावा देते हैं, जो संविधान और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के खिलाफ है।”

महिलाओं ने मांग की कि अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। उनका कहना है कि कथावाचक के बयान न केवल महिलाओं को अपमानित करते हैं, बल्कि समाज में बच्चियों और महिलाओं के प्रति अविश्वास पैदा करते हैं। प्रदर्शनकारी बोलीं, “ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए, वरना समाज में गलत संदेश जाएगा।” पुलिस ने फिलहाल स्थिति को नियंत्रित कर लिया।






