
पटना, 12 जून 2025 –
बिहार चुनावों की सरगर्मी के बीच जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा राजनीतिक बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी या तो “फर्श पर होगी या अर्श पर”, यानी या तो पार्टी को बेहद कम सीटें मिलेंगी या फिर इतनी सीटें मिलेंगी कि वे राज्य की व्यवस्था बदलने में सक्षम होंगे।
किशोर ने कहा, “हमारी पार्टी का उद्देश्य बिहार की व्यवस्था को बदलना है। यह बदलाव हम सत्ता में आकर करें या फिर पांच-छह साल संघर्ष करके, लेकिन बदलाव होकर रहेगा।” उन्होंने अपने प्रदर्शन को लेकर भी कहा कि जनता का समर्थन या तो हमें संघर्ष की ओर ले जाएगा या सीधे सत्ता की ओर।
नीतीश कुमार को लेकर भी प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि नवंबर के बाद जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। “चुनाव परिणामों के बाद बिहार में एक नया मुख्यमंत्री होगा, भले ही वह कोई भी हो, लेकिन व्यवस्था बदलनी तय है,” किशोर ने कहा।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि बिहार में नेताओं का नहीं, जनता का राज होना चाहिए। “अगर आपको बदलाव चाहिए, तो रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर वोट करें, जाति और धर्म के नाम पर नहीं,” उन्होंने ज़ोर देकर कहा।
प्रशांत किशोर ने NDA और INDIA दोनों गठबंधनों पर भी निशाना साधा। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पदयात्रा शुरू की थी, तब भाजपा उन्हें INDIA गठबंधन का हिस्सा बता रही थी और अब विपक्ष उन्हें NDA से जोड़ रहा है। यह दर्शाता है कि दोनों ही गठबंधन जनसुराज की बढ़ती लोकप्रियता से चिंतित हैं।
प्रशांत किशोर के इस आत्मविश्वास से भरे बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनसुराज पार्टी चुनाव में कितनी ताकत दिखा पाती है।






