
गोरखपुर, 29 मार्च 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर की 299 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। शनिवार को एनेक्सी भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह और बांसगांव विधायक डॉ. विमलेश पासवान ने संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधानों को सम्मानित किया।
इस दौरान गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा, “टीबी मरीजों को दवा बीच में नहीं छोड़नी चाहिए। दवा छोड़ने से शरीर में दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है, जिससे इलाज कठिन हो जाता है।” उन्होंने सभी को जागरूक करने और मरीजों को पूरा इलाज कराने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया।
सभी 1350 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प
विधायक विपिन सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार टीबी उन्मूलन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने जिले की सभी 1350 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लेने की बात कही। विधायक डॉ. विमलेश पासवान ने कहा, “अगर किसी को लगातार खांसी आ रही है तो उसे टीबी जांच और उपचार के लिए प्रेरित करना जरूरी है। जांच और इलाज पूरी तरह निःशुल्क है।” उन्होंने सभी ग्राम सचिवालयों पर टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर अंकित कराने का सुझाव दिया।
टीबी मरीजों को सरकार की आर्थिक सहायता
सीएमओ डॉ. आशुतोष दूबे ने बताया कि पिछले वर्ष नौ ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हुई थीं। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता भी दी जाती है। निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण के 15 दिनों के भीतर तीन हजार रुपये और उपचार के 84 दिन बाद तीन हजार रुपये और दिए जाते हैं, जिससे मरीज पोषण युक्त आहार ले सके। इस अवसर पर राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों ने सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी की सराहना करते हुए उन्हें भी सम्मानित किया।