मॉस्को, 30 जुलाई 2025:
रूस के सुदूर पूर्वी तट पर बुधवार सुबह भयंकर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 दर्ज की गई। यह भूकंप कामचटका प्रायद्वीप में आया और इसे अब तक के दुनिया के छठे सबसे भीषण भूकंपों में गिना जा रहा है। भूकंप के तुरंत बाद रूस, जापान, अमेरिका के अलास्का, हवाई, न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया समेत कई देशों में सुनामी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया।
कामचटका क्षेत्र में यह दूसरी बार है जब 8.0 से अधिक तीव्रता का भूकंप आया है। इससे पहले 1952 में यहां 9.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इस बार के भूकंप से कई इमारतों को नुकसान हुआ है। घरों के भीतर रखे फर्नीचर, किताबें और अन्य सामान गिरने लगे। स्थानीय प्रशासन ने समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
जापान में भी 3 मीटर तक ऊंची सुनामी की लहरों की आशंका जताई गई है, जिसके चलते फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को खाली करवा लिया गया है। जापानी प्रशासन ने समुद्र तटीय इलाकों में आपातकालीन अलर्ट जारी किया है। अमेरिका और न्यूजीलैंड ने भी संभावित खतरे को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी है।
भूकंप विज्ञानियों के अनुसार, 8.0 या उससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप अत्यधिक विनाशकारी होते हैं। इनसे बड़े पुल, इमारतें और बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। समुद्र के भीतर कंपन से सुनामी उत्पन्न होने का खतरा और बढ़ जाता है।
अभी तक किसी बड़े जानमाल की हानि की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। भूकंप के झटकों के बाद कई आफ्टरशॉक्स भी दर्ज किए गए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।