मयंक चावला
आगरा, 29 नवम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा में नगर निगम ने मच्छरों से निपटने के लिए आधुनिक ड्रोन तकनीक का उपयोग करने की पहल की है। इस योजना पर एक निजी कंपनी, सिनर्जी टेलीमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में काम प्रारंभ कर दिया गया है। तीन दिन तक चलने वाले इस पायलेट प्रोजेक्ट के नतीजे संतोषजनक रहे तो कंपनी के साथ एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग के लिए स्थायी करार किया जाएगा।
ड्रोन तकनीक का उपयोग:
विस्तृत क्षेत्रफल और संसाधनों की कमी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने ड्रोन के माध्यम से मच्छरों पर प्रभावी नियंत्रण की योजना बनाई है। पिछले दो दिनों से नगर के विभिन्न इलाकों में ड्रोन की सहायता से तालाबों, पार्कों और नालों पर एंटी लार्वा का स्प्रे और फॉगिंग कराई जा रही है।
प्रोजेक्ट मैनेजर प्रफुल्ल कुमार ने जानकारी दी कि कंपनी ने अब तक बल्केश्वर स्थित शिवपुरी पार्क, शिवपुरी स्कूल पार्क, सेंट्रल पार्क आवास विकास, जोनल पार्क, पुष्पांजलि आशियाना, शास्त्रीपुरम पार्क, जोनल ऑफिस, करकुंज मंटोला नाला, महावीर नाला, मंगलम अपार्टमेंट सहित अन्य स्थानों पर ड्रोन से करीब 10 एकड़ का एरिया कवर किया है।
ड्रोन में 20 लीटर की केमिकल क्षमता का टैंक होता है, और यह एक बार में 50 एमएल केमिकल का उपयोग करता है। इसे दो ऑपरेटर आसानी से संचालित कर सकते हैं। इससे पहले इस प्रकार के ड्रोन का उपयोग केवल कृषि क्षेत्र में होता था, लेकिन अब इसे शहरी क्षेत्रों में मच्छरों पर नियंत्रण के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
नगर आयुक्त की प्रतिक्रिया:
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि पहले एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग के लिए मैनपावर और वाहनों का उपयोग किया जाता था, जिसमें समय, श्रम और अधिक मात्रा में केमिकल की खपत होती थी। ड्रोन के उपयोग से न केवल समय और केमिकल की बचत होगी, बल्कि दूरदराज के इलाकों को भी आसानी से कवर किया जा सकेगा। पायलेट प्रोजेक्ट पर किए जा रहे कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है, और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
प्रदेश में पहली बार एंटी लार्वा के लिए ड्रोन का उपयोग:
आगरा नगर निगम उत्तर प्रदेश का पहला और देश का पहला नगर निगम है जो ड्रोन तकनीक का उपयोग एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग के लिए कर रहा है। इस पहल से नगर निगम की मच्छरों पर नियंत्रण की क्षमता में बड़ा बदलाव आने की संभावना है।