बाराबंकी, 10 दिसंबर 2024:
माथे पर टीका… गले में भगवा गमछा… हाथ में त्रिशूल और नाम सरवर, गुफरान, उमर, इरफान, नवी जान और अजीज। ये पशु तस्करी कर रहे थे। गेटअप ऐसा बनाया कि लोग उन्हें पशु तस्कर नहीं बल्कि गौ सेवक समझें! उनकी इस चालबाजी को बेनकाब किया लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले की पुलिस ने।
सात तस्कर गिरफ्तार, पैर में गोली लगने से दो घायल
बाराबंकी के सतरिख इलाके में पुलिस ने रविवार रात एक मुठभेड़ के दौरान सात पशु तस्करों को गिरफ्तार किया। इस दौरान पैर में गोली लगने से दो आरोपी घायल हो गए। उनकी पहचान सीतापुर जिले के निवासी सरवर व बारांकी के मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के बेलहरा निवासी गुफरान के रूप में हुई। दोनों को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सीतापुर निवासी मो. उमर उर्फ गुलजारी, अंकुल, बाराबंकी निवासी इरफान, नवी जान व मो. अजीज को गिरफ्तार कर लिया। मौके से तीन वाहन, दो तमंचे, कारतूस, चापड़, चाकू रस्सी आदि बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार मो. उमर उर्फ गुलजारी व उसके साथी संरक्षित प्रजाति के पशुओं की तस्करी व उनका वध करने के लिए चोला बदलकर चलते थे। वह माथे पर टीका लगाने के बाद गले में भगवा गमछा डालकर गाड़ी पर बैठते थे ताकि लोग उन्हें हिंदू समझे।