
महाकुंभ नगर 25 जनवरी 2025:
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में सीएम
सीएम योगी एक बार फिर शनिवार को पहुंचे और
अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ-योगी महासभा के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में उन्होंने मंच पर पूजा अर्चना की सम्बोधन दिया फिर साधु संतों के बीच बैठकर उनके विचार भी सुने। इससे पूर्व फूल बरसा कर उनका स्वागत किया गया।

सनातन विराट वट वृक्ष, झाड़ झंखाड़ से न करें तुलना
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि इस महाकुम्भ के आयोजन से जुड़ने का अवसर मिल रहा है। जब पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के दिन कोटि-कोटि श्रद्धालु मां गंगा, मां यमुना, मां सरस्वती की पावन त्रिवेणी के संगम पर डुबकी लगाकर अभिभूत हो रहे थे तब उनके जो पॉजिटिव कमेंट्स थे उसने पूरी दुनिया की आंखों को खोलने का काम किया है। उन्होंने सनातन धर्म को विराट वट वृक्ष की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है। इसकी तुलना किसी झाड़ और झंखाड़ से नहीं होनी चाहिए।
भारत सुरक्षित तो हर पंथ, हर सम्प्रदाय सुरक्षित
सीएम योगी ने कहा कि भारत में जितनी भी उपासना विधियां हैं वह अलग पंथ और संप्रदाय की से भले ही जुड़ी हों, लेकिन निष्ठा और आस्था सब की सनातन धर्म से जुड़ी हुई है। सबका उद्देश्य तो एक ही है। इसलिए महाकुम्भ के इस पावन आयोजन पर हम सबको पूरी दुनिया से आए लोगों को एक ही संदेश देना है, जिसके बारे में प्रधानमंत्री का कहना है कि महाकुंभ का संदेश, एकता से ही अखंड रहेगा देश।
याद रखना, भारत सुरक्षित है तो हम सब सुरक्षित हैं। भारत सुरक्षित है तो हर पंथ, हर संप्रदाय सुरक्षित है
35 दिन में 45 करोड़ होगी श्रद्धालुओं की संख्या
सीएम ने कहा कि महाकुंभ में वर्तमान में दो करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। सभी सड़कें चोक हो चुकी हैं। यह लगातार चलेगा। पिछले 10 दिनों के अंदर महाकुम्भ के पावन त्रिवेणी संगम में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं और अगले 35 दिन के अंदर यह संख्या 45 करोड़ पहुंचने वाली है। दुनिया के अंदर कितने देश हैं जो 45 करोड लोगों को एक अस्थाई शहर में आमंत्रित करके उनको जोड़ने का संदेश देते हैं।
यहां जो आये, रोटी संग मिलेगा आशीर्वाद
सीएम ने कहा कि दुनिया के अंदर कौन सा ऐसा देश है, जहां पर कोई भूखा नहीं सो सकता। यहां किसी भी अखाड़े में जाएंगे, किसी भी शिविर में जाएंगे, वहां पर उसको 2 जून की रोटी मिल जाएगी। वहां आशीर्वाद भी मिलेगा, दक्षिणा भी मिलेगी और प्रसाद भी प्राप्त होगा। यह केवल सनातन धर्म ही दे सकता है।
सीएम ने महंत आचार्य व संतो का किया सम्मान
मुख्यमंत्री ने विभिन्न तीर्थ स्थलों से आए महंत, आचार्य और योगेश्वर का हृदय से सम्मान किया। उन्होंने जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज, परमात्मानंद महाराज और निर्मलानंद महाराज को शॉल ओढ़ाकर और गोरखनाथ जी की प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। इनके साथ ही सतुआ बाबा, सुदर्शनाचार्य महाराज, स्वामी धीरेंद्र और स्वामी जितेंद्रनाथ का भी सम्मान किया गया। उन्होंने रामानुजाचार्य, श्रीधराचार्य, शेरनाथ महाराज, उमेशनाथ महाराज, कृष्णनाथ महाराज, समुद्रनाथ महाराज, संख्यनाथ महाराज, रामनाथ महाराज, श्री महंत सोमवरनाथ महाराज, और मिथिलेशनाथ महाराज का भी अभिनंदन किया।







