महाकुंभ नगर, 28 जनवरी 2025:
अटूट आस्था और भक्तों की भीड़ महाकुंभ के दौरान अपने चरम पर पहुंच गई है। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह महाकुंभ तक सीमित नहीं है, बल्कि अयोध्या और काशी की गलियों में भी भक्ति का यह प्रवाह जारी है।
महाकुंभ नगर में श्रद्धालुओं की अथाह भीड़
आस्था और श्रद्धा के इस अद्वितीय संगम ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। मंगलवार को महाकुंभ नगर में श्रद्धालुओं की अथाह भीड़ ने पड़ी। इसके चलते पैर रखने के लिए जगह कम पड़ गई। हर तरह केवल श्रद्धालुओं का रेला नजर आ रहा था। इसके चलते तमाम इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। आस्था के सैलाब को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।। बताते हैं कि मंगलवार को चार करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया।
भोले की नगरी की गलियों में भी आस्था का प्रवाह
महाकुंभ के पलट प्रवाह के चलते भोले की नगरी वाराणसी और रामनगरी अयोध्या की सड़कों पर श्रद्धालु ही नजर आ रहे थे। वहां पहुंचने के मार्गों पर देर शाम तक श्रद्धालुओं के वाहनों की भीड़ थी। काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 3 दिनों में 35 लाख श्रद्धालु पहुंचे, जबकि अयोध्या में रामलाल के दर्शन करने वाले भक्तों का आंकड़ा 2 दिनों में 6 लाख को पार कर गया।
अयोध्या में भीड़ नियंत्रण में जुटा प्रशासन
अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ न्यास ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वे 15 दिन बाद दर्शन के लिए आएं। पुलिस प्रशासन भीड़ प्रबंधन के लिए मुस्तैद है। महाकुंभ नगर के साथ प्रयागराज में एडवाइजरी जारी की गई है।