अयोध्या,3 फरवरी 2025
अयोध्या में 22 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई नृशंस हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 30 जनवरी को लापता हुई लड़की का शव 3 फरवरी को गांव से 500 मीटर दूर एक नहर में नग्न अवस्था में मिला। उसकी आंखें फोड़ी गई थीं, हड्डियां तोड़ दी गई थीं, और प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला गया था। पुलिस परिजनों की शिकायत के बावजूद शुरुआत में ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई, जिससे घटना को लेकर आक्रोश बढ़ गया। मामले की जांच में पुलिस ने तीन आरोपियों—हरी राम कोरी, विजय साहू और दिग्विजय सिंह—को गिरफ्तार किया, जिन्होंने शराब के नशे में गांव के एक स्कूल में वारदात को अंजाम दिया और फिर शव को नहर में फेंक दिया।
इस घटना ने राजनीतिक माहौल भी गर्मा दिया है। विपक्ष ने योगी सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जांच में समाजवादी पार्टी से जुड़े किसी व्यक्ति का नाम सामने आ सकता है। सपा नेता अवधेश प्रसाद पीड़ित परिवार से मिलकर भावुक हो गए, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रशासन की लापरवाही पर हमला बोला। पुलिस अब तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ कर रही है, जबकि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग जोर पकड़ रही है।