गोरखपुर, 8 फरवरी 2025:
यूपी के गोरखपुर जिले में झंगहा थाना क्षेत्र की महिला की शिशु को जन्म देने के बाद मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि रक्तस्राव होने के कारण पीएचसी में महिला के प्राइवेट पार्ट में कपड़ा लगा दिया गया था। नाराज परिजनों ने पीएचसी में जमकर हंगामा किया व तोड़फोड़ भी की। परिवार ने पुलिस को तहरीर भी दी है।
पीएचसी में स्टॉफ ने प्रसव के बाद बरती लापरवाही
झंगहा थाना क्षेत्र में रहने वाले अजय गौड़ की पत्नी गर्भवती थी। गत तीन फरवरी को प्रसव के लिए उसे
खोराबार पीएचसी ले जाया गया। भर्ती होने के बाद सुबह करीब 8 बजे नार्मल प्रसव से नवजात शिशु पैदा हुआ। परिवार ने आरोप लगाया कि प्रसव के दौरान महिला को तेजी से रक्तस्राव होने लगा। वहां मौजूद स्टॉफ ने प्रसव कक्ष के अंदर रखा गंदा कपड़ा महिला के प्राइवेट पार्ट के अंदर डालकर छोड़ दिया गया। खून बंद न होने पर कर्मियों ने उसे घर भेज दिया,और कहा कि ठीक हो जायेगी।
परिवार के मुताबिक इसी दिन रात में महिला की तबीयत फिर बिगड़ गई। परिजन महिला को जिला अस्पताल लेकर गए,जहां पर चिकित्सक ने हालत गम्भीर होने पर महिला को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
मेडिकल कालेज में हुई मौत, डॉक्टरों ने निकाला गन्दा कपड़ा
मेडिकल कालेज में आपरेशन के दौरान महिला के प्राइवेट से गंदा कपड़ा निकाला गया। मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को दिन में करीब 11.30 बजे महिला की मौत हो गई। परिजन मृतका का शव लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार लेकर पहुंचे और हंगामा कर प्रसव कक्ष में तोड़फोड़ किया। सूचना मिलने पर पीएचसी पहुंची खोराबार पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर पीएचसी पर तैनात डाक्टर कर्मचारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है
डॉक्टर बोले दोषी पर होगी कार्रवाई
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार के प्रभारी डॉ अब्दुल हक ने बताया कि नार्मल डिलेवरी में कपड़ा लगाने की बात संभव नहीं है। परिजन आरोप लगा सकते हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद से किस कारण से मौत हुई है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
