
सहारनपुर, 9 फरवरी 2025
सहारनपुर जिला जेल को एक हत्या के आरोपी को रिहा करने के लिए भारत के राष्ट्रपति के नाम से कथित रूप से जारी एक जाली आदेश मिलने के बाद यहां जनकपुरी पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक सत्यप्रकाश ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें पुष्टि हुई कि यह आदेश फर्जी था। उन्होंने बताया कि यह फर्जी आदेश अजय नामक कैदी की रिहाई के लिए जारी किया गया था, जो हत्या के एक मामले में मुकदमे का सामना कर रहा है।
सत्यप्रकाश ने कहा, “जेल प्रशासन को यह आदेश – जो कथित तौर पर ‘राष्ट्रपति न्यायालय’ से आया था – संदिग्ध लगा। सत्यापन के बाद पता चला कि ऐसा कोई ‘राष्ट्रपति न्यायालय’ मौजूद नहीं है।” उन्होंने कहा कि किसी ने जाली रिहाई आदेश के जरिए अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद शुक्रवार को जनकपुरी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। मामले की जांच जारी है।






