
श्रीनगर,20 अप्रैल 2025
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। रविवार को रामबन जिले में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। इस हादसे में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (NH-44) पर कई स्थानों पर भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके चलते हाईवे को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है।
धर्मकुंड गांव में अचानक आई बाढ़ से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और करीब 100 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। किश्तवाड़ और उधमपुर जिलों में भी भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हालात चिंताजनक हैं। किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद 22 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
रामबन में सड़कों पर मलबे और पानी का सैलाब देखने को मिला। कई वाहन मलबे में दब गए और सड़कें टूटने के कारण यातायात पूरी तरह से बाधित है। पुलिस और प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “रामबन में हुए दुखद भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद दुखी हूं, जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। हम प्रशासन के साथ मिलकर तत्काल राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।”
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम की चेतावनियों का पालन करें।






