लखनऊ, 29 अगस्त
रागिनी सिंह
केंद्र सरकार लगभग ₹28,602 करोड़ के निवेश से नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरीडोर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत देश के 10 राज्यों में 12 इंडस्ट्रियल सिटी बनाएगी।
पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत इन स्मार्ट सिटी को तैयार किया जाएगा जो लगभग 40 लाख लोगों को रोजगार देगा।
बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है जो इन राज्यों को विकास और रोजगार की एक बड़ी सौगात होगी।
केंद्र सरकार मैन्यूफैक्चरिंग का बड़ा इकोसिस्टम तैयार करने के लिए इन 12 इंडस्ट्रियल सिटी को विकसित करने जा रही है।जिसमें यूपी को दो शहर शामिल है जो ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे।
यूपी की संगम नगरी प्रयागराज और ताजनगरी आगरा को इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा से यूपी में विकास तो होगा ही साथ ही 87000 से ज्यादा युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।जो मुख्यतः लेदर,इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में होंगे। आगरा और प्रयागराज के इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी बनने से ना सिर्फ इन जिलों बल्कि आसपास के जिलों को भी लाभ मिलेगा। देखा जाए तो ये दोनों जिले ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के किनारे मौजूद हैं। ऐसे में आसपास के जिलों के मैन्युफैक्चर्ड गुड्स को पोर्ट तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा। उदाहरण के तौर पर प्रयागराज से सटे भदोही के कारपेट उद्योग को लाभ होगा वहीं आगरा से सटे फिरोजाबाद के ग्लास प्रॉडक्ट्स,कन्नौज के इत्र को लाभ मिलेगा।इतना ही नहीं समार्ट सिटी के तहत इन दोनों जिलों की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।