
रायबरेली, 29 अप्रैल 2025:
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रायबरेली को लेकर एक नई राजनीतिक रणनीति अपनाई है, जिसमें वो सीधे जनता से संवाद स्थापित करने पर जोर दे रहे हैं। अमेठी में 2019 की हार के बाद उन्होंने अब रायबरेली में वही गलती न दोहराने का निश्चय किया है। दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचे राहुल गांधी क्षेत्रीय विकास योजनाओं की समीक्षा करने के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित कर रहे हैं।
अपने दौरे की शुरुआत उन्होंने कुंदनगंज स्थित विशाखा इंडस्ट्रीज़ में दो मेगावॉट एटम सोलर रूफ प्लांट और एटम इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन करके की। इसके बाद उन्होंने सिविल लाइन में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया। राहुल गांधी ने ‘दिशा’ की बैठक में भाग लिया, जहां केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में जिले के विधायक, ब्लॉक प्रमुख और पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।
राहुल गांधी ने लालगंज रेल कोच फैक्ट्री का निरीक्षण भी किया और सरेनी में पार्टी के बूथ अध्यक्षों के साथ संवाद कर संगठन की मजबूती पर जोर दिया। अगले दिन वह भुएमऊ गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर कोरवा स्थित इंडो-रशियन रायफल्स फैक्ट्री और संजय गांधी अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी ऑपरेशन थियेटर का उद्घाटन करेंगे।
राहुल गांधी का यह सक्रियता दिखाता है कि वह रायबरेली को केवल चुनावी क्षेत्र नहीं, बल्कि अपने राजनैतिक पुनर्निर्माण का केंद्र बना रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर आम लोगों तक उनका संवाद यह संकेत देता है कि वह अब पीछे नहीं, बल्कि पूरे दमखम के साथ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।






