
लखनऊ, 29 अप्रैल 2025:
यूपी की राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी पर
पहलगाम आतंकी घटना को लेकर सरकार से सवाल पूछने का पोस्ट वायरल हुआ था। इस मामले में कुलसचिव की नोटिस के बाद अब प्रोफेसर पर गंभीर धाराओं में हसनगंज कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। उनकी पोस्ट को पाकिस्तान के एक्स हैंडल पीटीआई प्रोमोशन द्वारा रिपोस्ट किया गया था।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी को कुलसचिव दे चुकीं हैं नोटिस
लखनऊ विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ. माद्री काकोटी तैनात हैं। जम्मू कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद डॉ. माद्री ने अपने एक्स अकाउंट पर अपना एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड कर पोस्ट की थी। इस पोस्ट में सरकार से सवालिया लहजे में आतंकवाद के असली मायने पूछे गए फिर आखिर में ‘असली आतंकी को पहचानो’ की बात लिखी गई यही नहीं डॉ माद्री ने अपने दो मिनट दस सेकेंड के वीडियो में सुरक्षा में चूक , सरकार और मंत्री की लापरवाही व खुफिया तंत्र की नाकामी आदि मुद्दों पर काफी चर्चा की थी। छात्र संगठन एबीवीपी के विरोध प्रदर्शन के बाद कुलसचिव ने सोमवार को उन्हें नोटिस जारी किया था और पांच दिन में उनसे जवाब मांगा। कुलसचिव की नोटिस में ही डॉ. माद्री की हरकत को लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ ही राष्ट्र की छवि खराब करने की बात कही गई।
एबीवीपी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर, गंभीर धाराएं लगीं
छात्र संगठन सोमवार से ही डॉ माद्री के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। संगठन ने कुलपति से मिलकर नाराजगी जताई थी वहीं कहा था कि प्रोफेसर खुलेआम देश विरोधी बयानबाजी कर रही हैं। हमे ऐसे शिक्षकों से हर हाल में आजादी चाहिए जो छात्रों को पढ़ाने के बजाय देश विरोधी बयान देकर सरकार पर सवाल उठा रहीं हैं। एबीवीपी की ओर से छात्र एलयू में एमए प्रथम वर्ष के छात्र एवं महानगर सह मंत्री जतिन उर्फ मनमोहन शुक्ला ने केस दर्ज कराया है। पुलिस ने धर्म, जाति व भाषा के आधार पर वैमनस्य फैलाना,देश की अखंडता को खतरे में डालना, झूठी सूचना फैलाना आदि से जुड़ी धाराओं के साथ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।