
ग्वालियर, 13 मई 2025
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित लखनपुरा हाई स्कूल की स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। इस स्कूल में सिर्फ 34 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से 10वीं कक्षा में केवल एक ही छात्रा थी। इस छात्रा को 7 शिक्षकों द्वारा पढ़ाया गया, जिनमें से 3 अतिथि शिक्षक थे। हालांकि, पूरी कक्षा में मात्र एक छात्रा होने के बावजूद वह परीक्षा में फेल हो गई।
छात्रा ने 500 में से सिर्फ 133 अंक प्राप्त किए और थ्योरी के विषयों में उसे 4 से 7 अंक ही मिल सके। यह परिणाम इस बात का संकेत है कि स्कूल की शिक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियां हैं। ग्वालियर जिले में इस तरह के हालात अकेले लखनपुरा स्कूल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जिले के अन्य स्कूलों की स्थिति भी काफी दयनीय है। यहां के 87 स्कूलों में से कई में छात्र संख्या 10 से भी कम है, जिनमें से अधिकांश स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहद खराब है।
इसके अलावा, पूरे क्षेत्र के 25 स्कूलों में 70 प्रतिशत से अधिक छात्र फेल हो गए हैं, जिससे यह साफ होता है कि शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता है। ऐसे स्कूलों के प्रिंसिपल की सैलरी रोकने का निर्णय लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
इस घटना से यह सवाल उठता है कि यदि पर्याप्त शिक्षक और संसाधन होते हुए भी छात्रों को सही शिक्षा नहीं मिल पा रही है, तो शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है।