
लखनऊ | 25 मई 2025
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं और इसकी कमान मायावती के भतीजे आकाश आनंद को सौंपी गई है। पार्टी में एक बार फिर उन्हें केंद्रीय समन्वयक बनाया गया है और इसी के साथ संगठनात्मक ढांचे में व्यापक फेरबदल शुरू हो गए हैं। निष्क्रिय मंडल प्रभारियों को हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई है और नई टीम को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
आकाश आनंद के दोबारा पार्टी के नंबर-2 बनने के बाद, उन्होंने टीम चयन पर तुरंत काम शुरू कर दिया है। पार्टी अब विधानसभा और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर फोकस कर रही है। हर मंडल में तीन से चार सक्रिय प्रभारियों को तैनात किया गया है और साथ ही यह चेतावनी भी जारी की गई है कि छह महीने में काम न करने वालों को हटाया जाएगा।
बसपा के संगठनात्मक बदलावों में कई नए नामों को अहम जिम्मेदारी मिली है। लखनऊ मंडल की जिम्मेदारी घनश्याम चंद्र खरवार, शमसुद्दीन राइन और मौजी लाल गौतम को सौंपी गई है। झांसी-चित्रकूट में लालाराम अहिरवार, प्रयागराज में घनश्याम चंद्र खरवार और राजू गौतम को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं वाराणसी में दिनेश चंद्र, रामचंद्र गौतम और डॉ. विनोद कुमार को मंडल प्रभारी बनाया गया है। मिर्जापुर में अमरेंद्र बहादुर पासी, गुड्डू राम और विनोद बागड़ी को नेतृत्व सौंपा गया है।
2027 के चुनाव भले दो साल दूर हों, लेकिन बसपा अभी से बूथ स्तर तक अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है। आकाश आनंद की नई टीम जमीनी स्तर पर सक्रियता लाने की दिशा में काम कर रही है। मायावती के भरोसे पर खरे उतरते हुए आकाश अब पार्टी को नए स्वरूप में ढालने की कोशिश में लगे हैं। पार्टी का लक्ष्य स्पष्ट है—2027 में मजबूती से वापसी।