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देश में तेजी से फैल रहा कोरोना, 3000 के पास पहुंचे केस, अकेले केरल में एक हजार से ज्यादा मरीज

नई दिल्ली, 31 मई 2025

देशभर में कोविड-19 के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। लगातर सामने आ रहे मामलों की कुल संख्या 3,395 तक पहुँच गई है साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारी ने लोगों से ना घबराने की अपील की है। कोविड-19 के केसों में सबसे ज्यादा उछाल केरल में देखने को मिला है जहां अकेले कोविड-19 के 1,000 से अधिक सक्रिय मामलों है। दिल्ली में मामलों में लगभग तीन गुना वृद्धि देखी गई और यह 375 तक पहुँच गया और शुक्रवार, 30 मई को पहली मौत की सूचना दी। जबकि JN.1 का वैरिएंट अस्तित्व आकस्मिक था, 60 वर्षीय महिला आंत्र पथ के संवेदनशील उपचार से गुजर रही थी, एक ऐसा क्षेत्र जिसे कोविड-19 ओमिक्रॉन वैरिएंट द्वारा हमला किया जाता है।

तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों ने भी 100 का आंकड़ा पार कर लिया है, लेकिन केरल के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र में 467 और गुजरात में 265 मामले हैं, जबकि भारत में 685 मामलों की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, क्योंकि पश्चिम बंगाल में 205 COVID-19 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।

वैसे लगातार देश में बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य अधिकारी और राजनीतिक नेता बार-बार लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि लक्षण हल्के और सूक्ष्म हैं। JN.1 वैरिएंट के अत्यधिक संक्रामक प्रोटीन म्यूटेशन होने के बावजूद, COVID-19 वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 ने प्रबंधनीय लक्षण दिखाए हैं। अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य टीके, आरटी-पीसीआर टेस्ट, आइसोलेशन एरिया और ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टॉक कर रहे हैं। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने अपने राज्यों को मामलों में और उछाल आने की स्थिति में बुनियादी ढांचे की तैयारी का आश्वासन दिया है।

क्या है COVID-19 NB.1.8.1 और LF.7 लक्षण :

हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से ना घबराने की अपील की है पर जिन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए उनमें नाक बंद होना, जठरांत्र संबंधी समस्याएं, मतली, लंबे समय तक थकान और सिरदर्द के साथ-साथ गले में दर्द और इन्फ्लूएंजा जैसे अन्य लक्षण शामिल हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केवल सिक्किम ही ऐसा राज्य है जहां कोविड-19 का कोई सक्रिय मामला नहीं है। उत्तराखंड में सबसे कम मामले हैं, जहां रिकवरी का सकारात्मक रुझान देखा गया है।

 

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