श्रावस्ती, 19 जून 2025:
यूपी के दूसरे जिलों की तरह श्रावस्ती में फर्जी दस्तावेजों के सहारे भर्ती हुए शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। वर्ष 2016 की 29,334 पदों पर हुई भर्ती की जांच के दौरान श्रावस्ती जिले के 13 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करते पाए गए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने इन सभी शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करते हुए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है।
प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठते सवालों के बाद प्रदेशभर में शिक्षकों के शैक्षिक व नियुक्ति अभिलेखों का सत्यापन शुरू किया गया था। श्रावस्ती में बीएसए के निर्देश पर बीईओ हरिहरपुररानी अमित कुमार और जमुनहा सतीश कुमार की संयुक्त जांच टीम ने जिले में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच की। इस जांच में सामने आया कि 13 सहायक अध्यापक फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्त हुए थे। इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया है।
बर्खास्त किए गए शिक्षकों में जोगराज पाल, राव आयेंद्र प्रकाश, अनुराग मिश्रा, प्रेम सिंह, आशीष कुमार पांडेय, अजय कुमार, कृष्ण गोपाल सिंह, दीपक कुमार, सौभाग्य पांडेय, पवन चतुर्वेदी, फौरन सिंह, राजेश और भूपेंद्र बाबू शामिल हैं। सभी सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत थे।