लखनऊ, 19 जून 2025:
यूपी के कानपुर जिले में डीएम जेपी सिंह व सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के बीच रहे विवाद का अंत हो गया। शासन ने डॉ. हरिदत्त को सस्पेंड कर श्रावस्ती के डॉ उदयनाथ को नया सीएमओ नियुक्त किया है। इस हाई प्रोफाइल विवाद में विधानसभा अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने सीएमओ की पैरवी की थी। इसकी चर्चा पूरे प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में भी जमकर हुई।
बता दें कि कानपुर जिले में डीएम व सीएमओ के बीच विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब सीएमओ का डीएम पर टिप्पणी वाला एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। इस विवाद को बल उस समय और मिला जब सीएम डैश बोर्ड की मीटिंग में डीएम ने सीएमओ को हिस्सा लेने से मना कर दिया। सीएमओ ने इसे अपमानजनक ठहराया था। इस पूरे झगड़े के बीच डीएम जेपी सिंह ने शासन को एक पत्र भी भेजा था। इसमें सीएमओ के खिलाफ जांच व कार्रवाई की बात कही गई।
फिलहाल शासन हरकत में आता कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना व बिठूर और गोविंदनगर के विधायक का पत्र वायरल हो गया। इन सभी पत्रों में सीएमओ की पैरवी की गई। हालांकि बाद में माननीयों ने ये भी कहा कि यदि सीएमओ द्वारा कोई अनियमितता की गई हो तो डीएम जरूर कार्रवाई करें। फिलहाल पैरवी भरे पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होकर धरे रह गए। इस मामले में सपा मुखिया ने भी सरकार की चुटकी ली थी।
आखिरकार शासन ने इस मसले पर गुरुवार को अपनी चुप्पी तोड़ दी। एक आदेश जारी कर कानपुर नगर के सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी को निलंबित किया गया और दूसरा आदेश जारी कर नई नियुक्ति भी कर दी गई। निलंबन के आदेश में कहा गया है कि सीएमओ डॉ.हरिदत्त ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नियुक्ति की चयन प्रक्रिया में मनमानी की और गैर वित्त सेवा के अधिकारी से वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी पद का कार्य लिया गया। फिलहाल डॉ. हरिदत्त को लखनऊ महानिदेशक कार्यालय से अटैच किया गया है।