वाराणसी | 20 जून 2025
सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और इसी को ध्यान में रखते हुए काशी विश्वनाथ धाम में तैयारियां तेज़ हो गई हैं। वाराणसी में हुई एक उच्चस्तरीय प्रशासनिक बैठक में इस बार कई अहम फैसले लिए गए हैं। सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह है कि इस बार सावन के दौरान किसी भी प्रकार के प्रोटोकॉल दर्शन की अनुमति नहीं होगी।
काशी के स्थानीय लोगों के लिए केवल सुबह 4 से 5 बजे और शाम 4 से 5 बजे तक झांकी दर्शन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। हालांकि, यह सुविधा सावन के सोमवार और अन्य विशेष पर्वों पर लागू नहीं होगी।
धार्मिक आयोजनों के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि कोई भी श्रद्धालु खाली पेट कतार में न लगे, क्योंकि लंबी प्रतीक्षा के कारण स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा धाम में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं को यह भी हिदायत दी गई है कि वे मोबाइल, डिजिटल घड़ी, ईयरफोन, तंबाकू, सौंदर्य प्रसाधन, बड़े बैग और अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं साथ न रखें।
धाम नहीं आ पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाइव दर्शन की भी व्यवस्था की गई है। मंदिर न्यास की आधिकारिक वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और टाटा स्काई के माध्यम से काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन-पूजन का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
भीड़ प्रबंधन के लिए धाम परिसर में महाकुंभ की तर्ज़ पर ज़िगज़ैग बैरिकेडिंग की जाएगी। यातायात, पार्किंग और सुरक्षा प्रबंधन को भी उसी तरह सुदृढ़ किया जाएगा। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस बार सावन के प्रत्येक सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
आरती के टिकटों की दरों में इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे आम श्रद्धालु भी आसानी से भाग ले सकें। सावन के इस पावन अवसर को सुव्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क और तैयार है।