वॉशिंगटन, 07 जुलाई 2025:
ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कड़ा बयान जारी करते हुए कहा है कि जो भी देश ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों का समर्थन करेगा, उस पर अमेरिका 10% से अधिक का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय अपवादरहित होगा और सभी प्रभावित देशों पर सख्ती से लागू होगा।
ट्रंप के इस बयान ने वैश्विक मंच पर हलचल मचा दी है। उन्होंने यह भी कहा कि 12 देशों के लिए टैरिफ लगाने संबंधी पत्र तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें सोमवार दोपहर तक जारी कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि 2 अप्रैल को ट्रंप ने अमेरिका के ट्रेड पार्टनर्स के लिए नई और बढ़ी हुई टैरिफ दरों की घोषणा की थी, जिसे बाद में 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब यह रोक 9 जुलाई को समाप्त हो रही है।
उधर, ब्रिक्स समिट के संयुक्त घोषणापत्र में अमेरिका का नाम लिए बिना, बढ़ते टैरिफ को वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला के लिए खतरनाक बताया गया है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ब्रिक्स का दायरा ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से बढ़कर ईरान, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, इथियोपिया, मिस्र और यूएई तक फैल चुका है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में आतंकवाद, वैश्विक सुधार और ग्लोबल साउथ के सशक्तिकरण को लेकर जोरदार भाषण दिया। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया और वैश्विक नेताओं से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
ट्रंप की धमकी के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ब्रिक्स देशों और उनके सहयोगी राष्ट्र अमेरिका की नई नीति पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यह बयान वैश्विक व्यापार में एक और तनाव की शुरुआत बनता है।