
मुंबई, 14 जुलाई 2025
नीतेश तिवारी द्वारा निर्देशित रणबीर कपूर की आगामी फिल्म ‘रामायण’ इन दिनों काफी चर्चा में है। खासतौर पर फिल्म में सनी देओल द्वारा निभाए जा रहे हनुमान के किरदार को लेकर लोगों की उम्मीदें काफी ज्यादा हैं। लेकिन जैसे ही किसी रामायण की बात होती है, तो सबसे पहले रामानंद सागर की 1987 की टीवी ‘रामायण’ याद आती है, जिसमें दारा सिंह ने ‘हनुमान’ का किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी थी।
62 वर्ष की उम्र में दारा सिंह ने इस भूमिका को सिर्फ निभाया नहीं, बल्कि उसे जीया। इस किरदार के लिए उन्होंने जो त्याग किए, वो आज के दौर के किसी अभिनेता के लिए कर पाना आसान नहीं है। सनी देओल भले ही फिल्म के लिए 40-45 करोड़ रुपये फीस ले रहे हों, लेकिन दारा सिंह ने यह भूमिका बिना किसी दिखावे के पूरी श्रद्धा और अनुशासन के साथ निभाई थी।
दारा सिंह पहलवान थे और उनकी डाइट में रोज़ाना 2 लीटर दूध, आधा किलो मटन, 8-10 रोटियां, घी और 100 बादाम शामिल होते थे। लेकिन जैसे ही उन्हें हनुमान का किरदार मिला, उन्होंने तुरंत मांसाहार छोड़ दिया। सुबह एक घंटा रोज़ाना हनुमान की मुद्रा और हावभाव का अभ्यास करते थे, और शूटिंग के बाद भी अक्सर मेकअप नहीं हटाते थे, ताकि अगले दिन का काम सुगमता से हो सके।
रामायण की शूटिंग के दौरान उन्हें प्रोस्थेटिक्स और मोल्ड्स लगाने में 3-4 घंटे लगते थे, और उसके बाद 8-9 घंटे की लंबी शूटिंग होती थी। इस बीच वो भूखे ही रहते थे क्योंकि मोल्ड हटाना मुश्किल था।
यह भी कहा जाता है कि एक सीन में उन्होंने बिना किसी तकनीकी सहायता के भारी चट्टान उठा ली थी, जिसे देख पूरी टीम हैरान रह गई थी। आज के समय में जहां VFX और CGI से सब कुछ संभव है, वहां बिना तकनीक के ऐसा करना असाधारण ही कहा जाएगा।
इस तरह दारा सिंह की मेहनत और समर्पण आज भी मिसाल हैं, जिसे दोहराना किसी भी आधुनिक कलाकार के लिए आसान नहीं है।