
अशरफ अंसारी
इटावा, 17 जुलाई 2025:
यूपी की इटावा पुलिस ने स्कॉर्पियो पर मजिस्ट्रेट का फर्जी बोर्ड लगाकर घूमने वाले बदमाश को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है। इनके पास दो असलहे भी बरामद हुए है। पकड़ा गया युवक अमर पांडे यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। परीक्षा पास कर असली मजिस्ट्रेट तो नहीं बन सका लेकिन नकली एसडीएम बनकर रौब झाड़ता टोल टैक्स बचाता और मौका पाकर मुसाफिरों को लूट भी लेता।
इटावा की सैफई थाने की पुलिस ने हैवरा बाईपास के निकट (UP 32 PT 0932) नम्बर वाली काले रंग की स्कॉर्पियो को रोका। वाहन पर भारत सरकार मजिस्ट्रेट का बोर्ड लगा था। इस पर सवार बलरामपुर जिले के युवक अमर पांडे व उसके साथी रामाधीन को हिरासत में लिया। इनके पास तलाशी में दो असलहे मिले। इन असलहों के कोई कागजात भी नहीं मिले। पूछताछ के दौरान अमर पाण्डेय ने बताया कि उसने दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी की थी। परीक्षा में सफल नहीं हो सका तो खुद को मजिस्ट्रेट बताने लगा। इसका एक फर्जी लेटर भी यूपीएससी आयोग की ओर से तैयार कर लिया। अमर पाण्डेय खुद की तैनाती शामली जिले की तहसील ऊन में बताता था।
पुलिस ने बताया कि अमर स्कार्पियो पर मजिस्ट्रेट लिखवा कर वह टोल टैक्स बचाने, लोंगो में अपनी धाक जमाने में करता था। गत 11 जुलाई को अमर ने अपने साथी रामाधीन के साथ स्कॉर्पियो में एक मुसाफिर को लखनऊ से फिरोजाबाद के लिए बैठाया। रास्ते में उसे सैफई थाना क्षेत्र में मोबाइल पर्स लूटकर उतार दिया था। इस वारदात का मुकदमा भी दर्ज है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।