नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025
केरल की नर्स निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा के मामले में सस्पेंस लगातार बना हुआ है। भारत सरकार और भारत के ग्रैंड मुफ़्ती एपी अबू बक्र के बीच सफल बातचीत के बाद, सोशल मीडिया और राष्ट्रीय मीडिया में एक बड़ा अभियान चल रहा है कि यमन सरकार ने निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा को हमेशा के लिए कम कर दिया है। राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने अबू बक्र के कार्यालय द्वारा की गई घोषणा की खबर दी है कि मौत की सज़ा को कम कर दिया गया है।
वहीं इस मामले में अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने मौत की सज़ा कम किए जाने की अटकलों पर प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा कम किए जाने के दुष्प्रचार का खंडन किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने निमिषा प्रिया मामले में कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रही जानकारी को गलत बताया है।
केंद्र ने निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा कम किए जाने की पुष्टि नहीं की है। इससे निमिषा प्रिया मामले में एक बार फिर सस्पेंस पैदा हो गया है। क्या उसे मौत की सज़ा सुनाई जाएगी? उसे मौत की सज़ा सुनाई जाएगी या नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है।
यमन सरकार ने एक यमनी नागरिक की हत्या के मामले में निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा को हमेशा के लिए कम कर दिया है। भारत के ग्रैंड मुफ़्ती, कंथापुरम एपी अबू बकर के कार्यालय ने सोमवार (28 जुलाई) को एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि निमिषा प्रिया की पहले से निलंबित मौत की सज़ा को कम कर दिया गया है। यमनी अधिकारियों ने सना में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में अस्थायी रूप से निलंबित की गई मौत की सज़ा को पूरी तरह से कम करने का फैसला किया।
इस घोषणा के आधार पर जहाँ एक ओर यह अभियान चलाया गया कि निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा को कम कर दिया गया है, वहीं केंद्र सरकार ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है। केंद्र सरकार ने कहा कि निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा को कम नहीं किया गया है और उनके बारे में झूठा प्रचार किया जा रहा है।